ग्रुप सी में मौजूद फ्रांस दूसरी बार फीफा विश्वकप का फाइनल खेलेगी। इससे पहले फ्रांस की टीम ने 1998 में फाइनल खेला था। फ्रांस की टीम के लिए कीलियन एम्बाप्पे और एंटोइन ग्रिजमैन ने खासा अच्छा प्रदर्शन किया है। शुरुआत से देखते हैं कैसे फ्रांस पहुंची फाइनल में
ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराया
पहले मैच में फ्रांस ने छवि के अनुरूप निराश किया। 1-1 की बराबरी पर चल रहे इस मैच के आखिरी 10 मिनट में फ्रांस गोल दागकर जीत पायी
पेरू को 1-0 से हराया
कमजोर टीम पेरू को फ्रांस ने हरा तो दिया लेकिन इस जीत में चीनी कम रही। एम्बाप्पे के गोल ने फ्रांस को अंतिम 16 में पहुंचा दिया और पेरू विश्वकप से बाहर हो गई।
डेनमार्क से मैच 0-0 से ड्रॉ
यह विश्वकप का पहला बिना गोल का ड्रॉ रहा। फ्रांस ने 6 नए खिलाड़ियों को मौका दिया और डेनमार्क भी इस नतीजे से खुश दिखी। दोनों ही टीमों ने रक्षात्मक रवैया अपनाया।
प्री क्वार्टर फाइनल में अर्जेंटीना को दी 4-3 से मात
शुरुआत से ही रोमांचक रहे इस मैच में 3- 2 से पीछे चल रही फ्रांस की टीम के लिए एम्बाप्पे ने लगातार दो गोल कर के फ्रांस की जीत सुनिश्चित कर दी।
क्वार्टर फाइनल में उरुग्वे को 2-0 से हराया
पुर्तगाल को हराकर क्वार्टर फाइनल में पहुंची उरुग्वे को फ्रांस ने 2-0 से हराया और सेमीफाइनल में अपना स्थान पक्का किया।
सेमीफाइनल में बेल्जियम को 1-0 से हराया
बेल्जियम के शानदार प्रदर्शन के बावजूद फ्रांस सेमीफाइनल का मैच जीतने में कामयाब रही। दूसरे हाफ में उमीती के हेडर से गोल आया और यह फ्रांस को फाइनल में पहुंचाने के लिए काफी था।