मास्को। अर्जेंटीना के लिए सुपरस्टार लियोनेल मैसी विश्व कप 2018 में ग्रुप 'डी' के शुरुआती मुकाबले में शनिवार को यहां कोई कमाल नहीं कर सके और टीम को फुटबॉल महासमर में पदार्पण कर रहे आइसलैंड के खिलाफ 1-1 के ड्रॉ से संतोष करना पड़ा।
स्पार्टक स्टेडियम में 'मैसी-मैसी' के नारों को सुना जा सकता था लेकिन बार्सिलोना का यह सुपरस्टार उनकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सका और दूसरे हॉफ (65वें मिनट) में पेनल्टी को चूकने के बाद दर्शकों की निराशा साफ देखी जा सकती थी जिसका आइसलैंड के गोलकीपर हानेस होलडोरसन ने शानदार बचाव किया। होलडोरसन इस गोल को रोकने से टीम के नायक बन गए, क्योंकि टीम विश्व कप में अपने आगाज में पहले ही मैच में दुनिया की शीर्ष टीमों में शुमार टीम के खिलाफ अंक जुटाने में सफल रही। यह मैच निश्चित रूप से उनके लिए जीत जैसा ही होगा।
पिछले विश्व कप की उपविजेता टीम उम्मीद के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर सकी। टीम मिले मौकों का फायदा नहीं उठा सकी और उसके खिलाड़ियों में आक्रामकता की कमी दिखी। 2 बार की विश्व चैंपियन अर्जेंटीना के लिए एकमात्र गोल सर्गियो एगुएरो ने 19वें मिनट में दागा, जो शानदार गोल था। मैनचेस्टर सिटी के फॉरवर्ड ने भागते हुए साथी खिलाड़ी मार्कोस रोजा के पास पर नियंत्रण बनाया और पेनल्टी क्षेत्र के अंदर सीधे नेट पर दनदनाता शॉट मारा जिसे आइसलैंड का गोलकीपर रोक नहीं सका।
आइसलैंड जैसी कमजोर टीम विश्व कप के लिए क्वालीफाई कर पहले ही इतिहास रच चुकी है और उसके लिए स्टार रहे एल्फ्रेड फिनबोगासन (23वें मिनट) ने विश्व कप का पहला गोल किया। इस तरह से अर्जेंटीना की खुशी उसने 4 मिनट के अंदर काफूर कर दी।
इसके बाद आइसलैंड ने कहीं भी चूक नहीं की और अपनी बैकलाइन की बदौलत अर्जेंटीना जैसी धुरंधर टीम को गोल से दूर रखा। अर्जेंटीना के महान खिलाड़ी डिएगो मेराडोना भी स्टेडियम में मौजूद थे और इस नतीजे के के बाद वे हाथ छाती पर मारते दिखाई दिए। मैसी ने मैच के दौरान गोल की ओर 11 शॉट लगाए जिनमें से कुछ सही दिशा में नहीं रहते और कुछ का आइसलैंड के होलडोरसन ने इनका शानदार बचाव किया।
पहले हॉफ के बाद स्कोर 1-1 से बराबर था। अर्जेंटीनी टीम ने गोल करने के प्रयास जारी रखे। रूरिक जिसलासन ने मैक्सिमिलियानो मेजा को 63वें मिनट में गिरा दिया जिससे पोलैंड के रैफरी सिजीमोन मासिनियाक ने स्पॉट किक प्रदान की। मैसी इस किक को लेने के लिए आए लेकिन हालडोरसन ने पैनी निगाहें गेंद पर लगाए रखीं और उनका प्रयास विफल कर दिया।
पिछले विश्व कप के फाइनल में जर्मनी से हारने वाली दक्षिण अमेरिकी टीम को अब 21 जून को क्रोएशिया से भिड़ना है। इस ड्रॉ से टीम अगले मैच में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए काफी दबाव में होगी, वहीं आइसलैंड का सामना नाइजीरिया से होगा। (भाषा)