फीफा विश्वकप में कैमरून बनाम स्विटरलैंड का मुकाबला भी गोलरहित ड्रॉ की ओर बढ़ रहा था लेकिन कैमरून में ही पैदा हुआ एक स्विस फुटबॉलर ने मैच का एकमात्र गोल किया। इस गोल का जश्न भी उन्होंने नहीं मनाया।
ब्रील इम्बोलो नाम के इस फुटबॉलर ने पहले भाग के बाद 48वें मिनट में गोल किया और अपनी टीम को बढ़त दिलाई। इम्बोलो 5 वर्ष की उम्र में कैमरून से फ्रांस की ओर गए थे लेकिन वह स्विटजरलैंड में बस गए थे। आज उन्होंने अपनी टीम को फीफा विश्वकप का पहला मैच जिता दिया।
विश्व कप में 20 साल बाद अपनी पहली जीत तलाश रही कैमरून ने इससे पहले मुकाबले पर पकड़ बना रखी थी, लेकिन एम्बोलो का गोल स्विस टीम की जीत में निर्णायक साबित हुआ।
एम्बोलो का जन्म कैमरून की राजधानी यॉन्डे में हुआ था लेकिन उनका परिवार पहले फ्रांस, और फिर स्विट्जरलैंड में जा बस गया था। एम्बोलो के गोल के बाद अल जबून स्टेडियम में मौजूद मुट्ठी भर स्विस समर्थक जश्न में झूम उठे, हालांकि 25 वर्षीय फुटबॉलर इस जश्न में शामिल नहीं हुए।
लगातार 10वीं हार के बाद विश्व कप में कैमरून का खराब सफर जारी रहा। अफ्रीकी देश ने 1990 विश्व कप में डियेगो माराडोना की अर्जेंटीना को हराकर बड़ा उलटफेर किया था लेकिन उसके बाद यह किसी करिश्मे को अंजाम नहीं दे सके हैं।
इस मैच के शुरुआती हिस्से में हालांकि कैमरून की जीत की संभावना ज्यादा लग रही थी। ब्रायन एम्बेउमो ने मैच के 10वें मिनट में गोल का प्रयास किया जिसे स्विस गोलकीपर यान सोमर ने इसे रोक दिया। इसके बाद कार्ल टोको-एकांबी ने भी कैमरून को बढ़त दिलाने का प्रयास किया लेकिन बॉल नेट के ऊपर से निकल गयी।
मैच का पहला हाफ समाप्त होने तक स्विस टीम ने सिर्फ एक असफल मौका बनाया था, लेकिन दूसरेे हाफ में प्रवेश करते ही उन्होंने बढ़त बना ली। ज़रदान शाकिरी ने 48वें मिनट में दाईं ओर से क्रॉस दिया, जिसे एम्बोलो ने कैमरून के नेट में पहुंचा दिया। एम्बोलो ने अपनी टीम को बढ़त दिलाने के बाद जश्न के लिये हाथ हवा में उठाये, हालांकि उन्होंने फौरन ही हाथ नीचे भी कर लिये।
इस जीत के साथ स्विट्जरलैंड तीन अंक हासिल करके ग्रुप-जी के शीर्ष पर आ गयी है। स्विस टीम का अगला मुकाबला ब्राज़ील से होगा, जबकि कैमरून को सर्बिया का सामना करना है।