दोहा: घाना के कोच ओटो एडो ने पेनल्टी देने के लिये अमेरिकी रैफरी की आलोचना की जिस पर क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने विश्व कप में रिकॉर्ड गोल दागकर पुर्तगाल को 3-2 से जीत दिलायी।एडो ने इस पेनल्टी को एक विशेष तोहफा करार दिया।
रोनाल्डो ने गुरुवार को मैच के दूसरे हाफ में पेनल्टी हासिल कर इसे गोल में तब्दील किया जिससे वह पांच विश्व कप में गोल करने वाले पहले पुरूष खिलाड़ी बन गये।एडो ने कहा, अगर कोई एक गोल करता है तो उसे बधाई। लेकिन यह तो वास्तव में एक तोहफा ही था। वास्तव में एक भेंट।
उन्होंने कहा, मैं और क्या कह सकता हूं? यह विशेष तोहफा रैफरी की ओर से था। एडो ने बिना किसी इशारे के सीधे ही अमेरिकी रैफरी इस्माइल एलफाथ की आलोचना की जिससे वह फीफा द्वारा मुश्किल में पड़ सकते हैं।
जब उनसे घाना की करीबी हार के बारे में पूछा गया तो उनका जवाब था, रैफरी। उन्हें लगता है कि घाना के डिफेंडर मोहम्मद सालिसू ने फाउल नहीं किया था और उन्होंने यह भी शिकायत की कि मैच अधिकारियों ने यह सुनिश्चित करने के लिये वीएआर का भी इस्तेमाल नहीं किया। ऐसा लग रहा था कि सालिसू की जांघ का रोनाल्डो के पैर से हल्का सा संपर्क हुआ था जिसके बाद पुर्तगाल का कप्तान मैदान पर गिरकर लेट गया था।एडो ने कहा, मुझे लगता है कि यह सचमुच गलत फैसला था। (एपी)