ऐसा कौनसा छात्र है जो ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ने का सपना नहीं देखता। दुनियाभर के छात्रों की तो यह पहली पसंद में से एक है। यह संस्थान ग्रेट ब्रिटेन की शान तो है ही साथ ही यह विश्व के प्राचीनतम विश्वविद्यालयों में से एक है जिसने बड़े-बड़े दार्शनिक, समाज सेवा, विचारक और वैज्ञानिक इस संसार को दिए। ब्रिटेन के दो पूर्व प्रधानमंत्री मार्ग्रेट थ्रेचर, टोनी ब्लेयर तथा कभी बहुत ज्यादा अखबारों की सुर्खियों में रहे अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन भी इसी यूनिवर्सिटी के छात्र रहें हैं। तभी तो इसको 'सपनों का शिखर' के नाम से जाना जाता है।
सन् 1998-99 में इस विश्वविद्यालय में 130 देशों के 16185 अंतरराष्ट्रीय छात्र थे जिनमें 4,816 सिर्फ पीजी पाठयक्रम में थे। यहां पुरुष एवं महिला छात्रों का औसत अनुपात 58:42 है। इस यूनिवर्सिटी में लगभग 39 कालेज हैं जो अपने-अपने क्षेत्र में विश्वविख्यात है। यहां पर सबसे पहले कालेज की स्थापना सन् 1249 में। यूनिवर्सिटी ऑक्सफोर्ड शहर के मध्य में स्थित है और हरियाली से इस तरह घिरी है कि पता नहीं चलता कि वहां पर कोई यूनिवर्सिटी है।
यूनिवर्सिटी की इमारत इतनी खूबसूरत है कि वह दूर से देखने पर पर्यटन स्थल या एतिहासिक इमारत का अहसास कराती है। ऑक्सफोर्ड शहर विभिन्नताओं से भरा है वहां कई संस्कृतियां मिलजुल कर रहती हैं, जिसका मुख्य कारण वहां के अंतरराष्ट्रीय छात्र हैं। इसके साथ-साथ यह शहर बड़े-बड़े उद्योगों से भी जुड़ा है। यहां का मोटर उद्योग (इस शताब्दी की शुरुआत में काउले के पसा लार्ड नुफील्ह ने मोरिस मोर्टस की स्थापना की थी) तो इस तरह शहर की जान है। शायद आपको विश्वास नहीं होगा कि यह शहर कैंब्रिज की अपेक्षा अधिक शांत और व्यवस्थित है।
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की सभी फैकल्टियां तो लाजवाब है जिसके बारे में आपको इसके पाठयक्रमों, यहां के छात्र तथा इसकी पढ़ाई के स्तर को देखकर सहजता से ही अंदाजा लग सकता है। यहां की फैकल्टी विश्वस्तरीय है जिसके कारण कई बार विश्वविद्यालयों की सूची में यहां के विभागों को सर्वोच्च स्थान मिल चुका है, कई नोबल पुरस्कार यहां के शोधकर्ताओं को मिले हैं। यहां पढ़ाई के लिए अत्याधुनिकतम तकनीक का प्रयोग किया जाता है।
यहां पर प्रवेश के लिए आप सिधे ही यूनिवर्सिटी को आवेदन भेज सकते हैं। लेकिन आवेदन पत्र भेजने से पहले अपने आवेदनपत्र की अच्छी तरह से गहन जांच कर लें, मसलन अपनी शैक्षिक योग्यता, कोर्स के बारे में जानकारी आदि होना आवश्यक है। यहां अंडरग्रेजुएट कोर्स के लिए प्रवेश साल के अंत में 15 दिसंबर तक होते हैं।
प्रवेश प्रक्रिया -
पोस्टग्रेजुएशन के लिए द्वितीय श्रेणी में ऑनर्र्स डिग्री का होना आवश्यक है। तथा इसके अतिरिक्त आपकी शैक्षिक पृष्ठभूमि अच्छी रही हो।
इंग्लिश स्कोर - पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स के लिए आईईएलटीएस में 7.5 या टॉफेल में 600 स्कोर किया हो।
फीस - क्लास रूम कोर्स-6,684, पौंड प्रति वर्ष, लेबोरेट्री कोर्स- 8,910 पौंड प्रतिवर्ष क्लीनिकल कोर्स - 16,337 पौंड
प्रतिवर्ष अंडरग्रेजुएट कोर्स 3,235 पौंड प्रतिवर्ष, पोस्टग्रेजुएट कोर्स 1,650 पौंड प्रतिवर्ष
स्कॉलरशिप - अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए वहां पर स्कॉलरशिप की सुविधा भी उपलब्ध है जो सिर्फ चुने हुए छात्रों के लिए है। जिनमें राधाकृष्णन ब्रिटिश चिवनिंग स्कॉलरशिप, डलवरटन स्कॉलरशिप, लेडी नून ट्रस्ट (पाकिस्तान) स्कॉलरशिप, ऑक्सफोर्र्ड स्टुडेंट स्कॉलरशिप प्रमुख हैं।
आवास - यहां पर आवास की उचित सुविधा है, आपको आवेदन करने पर कालेज द्वारा आपको अकेले या परिवार के लिए आवास सुविधा प्राप्त हो सकती है। इसके अतिरिक्त शहर में भी रूम आसानी से मिल जाता है। लड़कियों के भी यहां कालेज हैं, जैसे सैंट हिल्डा कालेज सिर्फ गर्ल्स के लिए है। वहां पर सिर्फ लड़कियों के लिए आवास की सुविधा है। वहां आपको 60 पौंड से 98 पौंड तक प्रति सप्ताह के हिसाब से यूनिवर्सिटी आपको आवास सुविधा मुहैया करा सकती है तथा टाऊन में आपको प्रति सप्ताह 55 पौंड के हिसाब से आवास सुविधा उपलब्ध हो सकती है।
ऑक्सफोर्ड में पढ़ाई करने का अपना अलग ही मजा है। आपके प्रवेश के प्रथम सप्ताह में जिसे फैशर फेयर वीक कहा जाता है, वहां नए आगंतुक छात्रों का परिचय विभिन्न स्टुडेंट क्लबों तथा सोसाइटियों से कराया जाता है, जिनमें विभिन्न तरह की संस्कृतियों से ताल्लुक रखने वाले छात्र जुड़े होते हैं।
इसके अलावा वहां पर मौज-मस्ती मजा ही कुछ और है, और जो छात्र नौकाचालन के शौकीन हों, उनके लिए तो बस पुछो ही मत क्योंकि वहां पर सालाना कैंब्रिज और ऑक्सफोर्ड टीम के बीच नौकाचालन रेस होती है, जिसमें अंतरराष्ट्रीय छात्र बखूबी भाग लेते हैं। यदि किसी छात्र की अंग्रेजी कमजोर है तो घबराने की बात नहीं है क्योंकि वहां साल भर फ्री इंग्लिश लैंग्वेज क्लासें चलती हैं। ऑक्सफोर्ड में पढ़ाई करने का अपना अलग ही लुत्फ है और इसके साथ संजीदा भविष्य भी।