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आसानी से नहीं मिलती विदेशों में उच्च शिक्षा

हमें फॉलो करें आसानी से नहीं मिलती विदेशों में उच्च शिक्षा
- राहुल मिश्र

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'करियर के लिए कुछ भी करेगा'। दोस्तो, यह कहना जितना आसान है उतना ही चुनौतीभरा। देश में शिक्षा स्रोत पर्याप्त हैं लेकिन विकसित देशों की तुलना में अभी भी हम पीछे हैं। शायद यही कारण है कि बेहतर करियर बनाने के लिए उच्च शिक्षा पाने विदेशों में जाना पड़ता है। लेकिन याद रहे कि विदेशों के उत्कृष्ट विश्वविद्यालय या कॉलेज से डिग्रियाँ हासिल करना आसान नहीं है।

इन कालेजों में दाखिला पाने के लिए अभ्यर्थी को अपनी योग्यता दिखाना होती है। अर्थात उसे यह सिद्ध करना होता है कि वह उस संस्थान के लायक है या नहीं। और यह सब अलग-अलग परीक्षाओं के माध्यम से होता है।

पीटी एजुकेशन के संस्थापक संदीप मानुधने का मानना है कि इस तरह की सभी परीक्षाओं में अंग्रेजी भाषा के ज्ञान की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसलिए प्रतिभागी अगर अंग्रेजी का अभ्यास सामान्य बोलचाल में भी संजीदगी से करें तो इन परीक्षाओं में उनको बहुत मदद मिलती है और वे बेहतर स्कोर कर सकते हैं। टोफेल और जीमैट में उच्चतम स्कोर पाने वाली नेहा कौशिक का कहना है कि अंग्रेजी ग्रामर को याद करने से इन परीक्षाओं में सफलता नहीं मिल सकती।

छात्रों को चाहिए कि रोजाना अंग्रेजी अखबार पढ़ें व अंग्रेजी समाचार सुनें, दोस्तों के साथ अंग्रेजी भाषा में ग्रुप डिस्कसन व डिबेट करें। अंग्रेजी को बेहतर करने के लिए कोचिंग से कभी भी परहेज न करें क्योंकि कोचिंग में आपकी गलतियों को बताने वाले एक्सपर्ट होते हैं जो न केवल आपको शिक्षा देते हैं बल्कि कम समय में आपको परीक्षा के मुख्य बिंदुओं से अवगत भी कराते हैं। उन्होंने बताया कि टोफेल जैसी परीक्षाएँ ज्ञान पर आधारित होने से ज्यादा एप्लीकेशन पर आधारित होती हैं। निबंध या लेख लिखते समय सीमित व विश्लेषणात्मक जानकारी ही लिखें, कभी भी उसे भरने का प्रयास न करें। सदैव लेख एकपक्षीय होना चाहिए।

सैट: यूएस के प्रतिष्ठित कॉलेज और विश्वविद्यालय में दाखिले के लिए सैट अर्थात स्कॉलिस्टिक एप्टीट्यूड टेस्ट आयोजित होता है। यह परीक्षा विश्व की सबसे बड़ी गैर सरकारी परीक्षा संस्था ईटीएस (एजुकेशनल टेस्टिंग सर्विस) द्वारा संचालित की जाती है। परीक्षा के जरिये आपकी समझने की क्षमता, गणितीय व वर्बल रीजनिंग की योग्यता का आकलन किया जाता है। सैट परीक्षा दस भागों में बँटी होती है-
तीन लिखित खंड, जिनमे एक निबंध 25 मिनट समयावधि का तथा 25 और 10 मिनट की अवधि के दो ग्रामर खंड होते हैं।

तीन गणितीय खंड, जिनमें दो 25 मिनट के व एक 20 मिनट समयावधि का सेशन होता है।

तीन क्रिटिकल रीडिंग खंड, जिनमे दो 25 मिनट के सेशन व और एक सेशन 20 मिनट का होता है। आखिरी खंड प्रयोगात्मक होता है। 25 मिनट के प्रयोगात्मक सेशन के अंक जोड़े नहीं जाते हैं।

सैट में सफल छात्रों का मानना है कि राइटिंग और रीडिंग को पास करने के लिए वोकैबलरी का अच्छा ज्ञान होना अतिमहत्वपूर्ण है।

जीआर: ईयूएस के कई ग्रेजुएट स्कूल और कॉलेजों में दाखिला जीआरई अर्थात ग्रेजुएट रिकॉर्ड एक्जामिनेशन के अंकों के आधार पर होता है इसलिए अगर आप यूएस के किसी भी अच्छे ग्रेजुएट संस्थान में पढ़ाई करने की योजना बना रहे हैं तो आपको जीआरई का सामना करना होगा। जीआरई का स्वरूप लगभग सैट के ही समान होता है। लेकिन याद रहे कि जीआरई कम्प्यूटर आधारित परीक्षा है जबकि सैट नहीं। जीआरई में पूछे जाने वाले खंड इस प्रकार हैं-

एनालिटिकल राइटिंग में दो लेख होते हैं। क्वांटिटेटिव मल्टीपल च्वॉइस में 28 प्रश्न होते हैं जबकि वर्बल मल्टीपल च्वॉइस के 30 प्रश्न।

एमकैट: नार्थ अमेरिकन यूनिवर्सिटी जैसे अमेरिका के उच्चस्तरीय मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए एएएमसी (एसोसिएशन ऑफ अमेरिकन मेडिकल कॉलेज) मेडिकल कॉलेज एडमिशन टेस्ट अर्थात एमकैट आयोजित करता है। परीक्षा के जरिये मेडिकल की पढ़ाई पूरी कर चुके छात्रों की मानसिक कुशलता का आकलन किया जाता है। एमकैट की परीक्षा वर्ष में दो बार दी जाती है, पहली अप्रैल में और दूसरी अगस्त में। परीक्षा के चार सेशन होते हैं।

•वर्बल रीजनिंग
•फिजिकल साइंस
•बायोलॉजिकल साइंस
•राइटिंग सैंप

पहले तीन सेशन में मल्टीपल च्वॉइस टेस्ट होते हैं। अर्थात आपको प्रत्येक सवालों के सही जवाब को ही चुनना है। राइटिंग सैंपल के सेशन में आपको दो छोटे निबंध लिखने होते हैं जिनको एएएमसी के परीक्षक जाँचते हैं और स्वविवेक से अंक देते हैं। तीनों मल्टीपल सेशन के लिए आपके स्कोर की रेंज 1 से 15 हो सकती है। आपका कुल अधिकतम स्कोर 45 हो सकता है लेकिन स्कोर 30 होने पर भी आपके पास मेडिकल स्कूल में दाखिला पाने का अच्छा मौका होता है। वर्बल रीजनिंग सेशन में आपको 60 मल्टीपल च्वॉइस प्रश्नों का जवाब देना होता है।

पीकैट: यूएसए के फार्मेसी कॉलेज में दाखिला लेने के लिए पीकैट अर्थात फार्मेसी कॉलेज एडमिशन टेस्ट की परीक्षा आयोजित होती है। परीक्षा के माध्यम से आपकी एकेडमिक कुशलता और साइटफिक अनुभव को जाँचा जाता है। परीक्षा के अंतर्गत आपको एक मेडिकल निबंध और निम्नलिखित क्षेत्रों के 300 मल्टीपल प्रश्नों के उत्तर देने होते हैं-

वर्बल सेशन- आपकी सामान्य वोकैबलरी और एनालॉजी का परीक्षण इस सेशन के 50 प्रश्नों के द्वारा किया जाता है।
क्वांटिटेटिव सेशन- आपकी गणितीय क्षमता के आकलन के लिए इस सेशन में पूछे जाते हैं 65 प्रश्न।
बायोलॉजी- जीवविज्ञान संबंधित कांसेप्ट और प्रयोगात्मक ज्ञान के 50 प्रश्न।
कैमेस्ट्री- आर्गेनिक और इनआर्गेनिक कैमेस्ट्री से जुड़े 60 प्रश्न।

रीडिंग- 45 प्रश्न के इस सेशन में आपको साइंटिफिक लेख को सही उच्चारण सहित पढ़ना होता है।

एएसबीपी: अगर आपको यूएस आर्मी आकर्षित करती है तो आप उससे जुड़ सकते हैं बशर्ते आपको एएसबीपी टेस्ट देना होगा। यह मल्टी एप्टीट्यूड टेस्ट यूनाइटेड स्टेट के डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस द्वारा आयोजित होता है।
एएसबीपी परीक्षा के चार सेशन होते हैं-
•गणितीय योग्यता
•शब्द ज्ञान
•पैराग्राफ कंप्रीहेंसन
•अंकगणित रीजनिं

टोइक: टोइक अर्थात टेस्ट ऑफ इंग्लिश फॉर इंटरनेशनल कम्युनिकेशन की परीक्षा अंग्रेजी भाषा ज्ञान पर आधारित होती है। विश्व की चालीस लाख से भी ज्यादा बिजनेस संस्थाएँ अंग्रेजी भाषा की परीक्षा लेने के लिए टोइक का उपयोग करती हैं। भाषा की इस परीक्षा में कॉरपोरेट डेवलपमेंट, फाइनेंस और बजटिंग एवं कॉरपोरेट प्रॉपर्टी, आइट, मैन्युफैक्चरिंग, परचेजिंग, ऑफिस, पर्सनल, टेक्निकल मामले, हेल्थ व बिजनेस के प्रश्न पूछे जाते हैं।

इसका अर्थ है कि टोइक की परीक्षा किसी निश्चित अंग्रेजी क्लास पर निर्भर नहीं करती है। टोइक में सफल होने के लिए व्यापर से जुड़े हर क्षेत्र में आपकी अंग्रेजी धुआँधार होनी चाहिए। तैयारी के लिए आपको ऐसा वातावरण तैयार करना चाहिए जिसमें आप रोजमर्रा की सारी बातचीत अंग्रजी भाषा में करें। ज्यादा बेहतर होगा कि आप वॉयस ऑफ अमेरिका सुनें, सीएनएन स्काई न्यूज, बीबीसी जैसे चैनल देखें, दि हिन्दू, इंडियन एक्सप्रेस अंग्रेजी अखबार पढ़ें और ई-मेल लिखने की आदत डालें। कुछ समय इंटरनेट पर भी दें।

टोफेल: यूएस और कनाडा के कई विश्वविद्यालय एवं कॉलेज दाखिला लेने से पहले एकेडमिक अंग्रेजी भाषा में आपके ज्ञान का परीक्षण टोफेल अर्थात टेस्ट ऑफ इंग्लिश एज ए फॉरेन लैंग्वेज के माध्यम से करते हैं। कई देशों में अब टोफेल की परीक्षा कम्प्यूटर अर्थात सीबीटी आधारित हो गई है। अर्थात आप कम्प्यूटर पर निर्देश पढ़कर सवालों के जवाब दे सकते हैं। टोफेल टेस्ट में मुख्य रूप से रीडिंग, लिसनिंग और राइटिंग की परीक्षा होती है। इन तीनों में सफल होने के लिए आपका अंग्रेजी ‘शब्दकोशीय ज्ञान विस्तृत होना चाहिए।

जीमैट: ग्रेजुएट मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट, जीमैट ग्रेजुएट बिजनेस कॉलेजों और बिजनेस स्कूलों में प्रवेश के लिए होता है। कम से कम एक हजार मैनेजमेंट प्रोग्राम हैं जिनमें जीमैट स्कोर अनिवार्य है। जीमैट सामान्यतया तीन सेशनों में बँटा होता है-
•एनालिटिकल राइटिंग एसेसमेंट- इस सेशन में दो निबंध करने होते हैं और प्रत्येक के लिए तीस मिनट का समय दिया जाता है।
•क्वांटिटेटिव- इसमें 75 मिनट में 37 वस्तुनिष्ट प्रश्न करने होते हैं।
•वर्बल सेशन- इस अंतिम सेशन में भी 75 मिनट के समय में 41 प्रश्न करने होते हैं।

अतः स्पष्ट है कि विदेशी डिग्रियाँ हासिल करना एक टेढ़ी खीर है लेकिन पढ़ने और सीखने का जुनून हो तो कोई भी इन चुनौतीभरी परीक्षाओं में सफलता पा सकता है।

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