विदेश में पढ़ने की चाह हर छात्र के मन में होती है। स्कॉलरशिप उच्च शिक्षा का सबसे सुलभ माध्यम है। विश्व में लगभग सभी देश अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए स्कॉलरशिप उपलब्ध कराते हैं। ब्रिटेन में भी अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए स्कॉलरशिप देने की सुविधा है।
ब्रिटिश गवर्नमेंट फॉरेन तथा कॉमनवेल्थ ऑफिस इसका पैसा इत्यादि मुहैया कराता है। यह स्कॉलरशिप विशेषकर उन अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए डिजाइन की गई है, जो कि यू.के. में पढ़ने के इच्छुक है। यह स्कॉलरशिप लगभग 150 देशों में प्रदान की जाती है। यहाँ हम ब्रिटेन में शार्ट-टेलर मेड प्रोग्रामों के विषय में बता रहे हैं।
1. ब्रिटिश चिवनिंग गुरुकुल स्कॉलरशिप इन लीडरशिप एंड एक्सीलेंस (लंदन स्कूल ऑफ इकोनामिक्स एंड पालिटिकल साइंस):-
यह स्कॉलरशिप ग्लोबल गवरनेंस, मैनेजमेंट, पब्लिक रिलेशन्स मेक्रोइकोनामिक्स, इंटरनेशनल रिलेशन, पालिटिक्स, इंटरनेशनल फायनेंस तथा अन्य क्षेत्रों में दी जाती है। भारत से प्रतिवर्ष 12 स्कॉलरशिप भारतीय छात्रों के लिए दी जाती है। इस शार्ट-टर्म मेड स्कॉलरशिप है। जो कि अक्टूबर में दी जाती है तथा मार्च में शुरू होती है।
इसके अंतर्गत ट्यूशन फीस, मैंटिनेंस एलाउंस तथा हवाई यात्रा खर्च दिया जाता है, जो आवेदक शार्ट-टर्म मेड कोर्स करना चाहते हैं। उनके लिए यह कोर्स उपयुक्त है। इसके लिए अनिवार्य योग्यता पोस्टग्रेजुएशन है तथा इस क्षेत्र में पाँच साल का अनुभव होना आवश्यक है तथा उनका शैक्षिक रिकार्ड अच्छा रहा है, वे आवेदन के पात्र हैं।
2. ब्रिटिश चिवनिंग मैनेजर्स फॉर लीडरशिप कोर्स- यह स्कॉलरशिप मैनेजमेंट विषय में दी जाती है। यह भी शार्ट कोर्स स्कॉलरशिप है। इसकी समय अवधि दस सप्ताह है। भारत में इसकी संख्या सिर्फ 12 है। इस स्कॉलरशिप के लिए अधिकतम आयु सीमा 25 से 35 साल है।
इस स्कॉलरशिप में ट्यूशन फीस, रहने-सहने का खर्चा शामिल हैं। हवाई जहाज द्वारा आने-जाने का किराया खुद ही वहन करना होता है। यह स्कॉलरशिप प्रत्येक वर्ष अक्टूबर में दी जाती है।
इस स्कॉलरशिप के लिए आवेदक के पास किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से अच्छे अंकों के साथ पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री होनी चाहिए तथा किसी प्राइवेट सेक्टर में मिडिल लेवल एक्जीक्यूटिव का पाँच साल का कार्यानुभव अनिवार्य हैं। इसके लिए ब्रिटिश काउंसिल से सम्पर्क किया जा सकता है।
3. ब्रिटिश चिवनिंग/मान्वेस्टर बिजनेस स्कूल शेयर्ड स्कॉलरशिप -
यह स्कॉलरशिप स्ट्रटेजिक मैनेजमेंट में प्रदान की जाती है। भारतीयों के लिए इसकी संख्या भी सिर्फ 4 से 6 है। इसकी समयावधि 3 सप्ताह हैं। इसके लिए अधिकतम आयु सीमा 45 वर्ष है। इस स्कॉलरशिप में ट्यूशन फीस, रहने-सहने का खर्चा दिया जाता है। हवाई जहाज द्वारा आने-जाने का किराया स्वयं वहन करना होता है।
प्रवेश प्रक्रिया की अंतिम तिथि अप्रैल माह में होती है। इसके लिए आवेदक को सीनियर एक्जीक्यूटिव पोस्ट पर होना चाहिए तथा जल्दी ही उसे किसी प्राइवेट सेक्टर में एक्जीक्यूटिव अथॉरिटी की पोजीशन मिलने वाली हो। इसके अलावा आपकी अंग्रेजी पर अच्छी पकड़ होनी चाहिए।
4. ब्रिटिश चिवनिंग प्रोग्राम फॉर यंग इंडियन बैंकर्स (लंदन स्कूल ऑफ इकोनामिक्स एंड पालिटिकल साइंस)-
यह स्कॉलरशिप बैंकिंग क्षेत्र तथा फायनेंस क्षेत्र में दी जाती है। भारतीयों के लिए इसकी भी संख्या 12 हैं। इसकी समयावधि तीन माह है। यह भी शार्ट कोर्स हैं। इस स्कॉलरशिप के लिए अधिकतम उम्र सीमा 25 से 32 साल है। प्रवेश प्रक्रिया अक्टूबर माह में खत्म होती है, जिसमें ट्यूशन फीस, रहने-सहने का खर्च तथा मैंटिनेंस कॉस्ट शामिल है।
लंदन स्कूल ऑफ इकोनामिक्स में प्रवेश के लिए एमबीए फाइनेंस या चार्टड एकाउटेंसी में पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री तथा मीडिल लेवल बैंकर्स तथा साथ में 5 साल का बैंकिंग या फायनेंस में फुल टाइम प्रोफेशनल अनुभव होना चाहिए। इसकी अंतिम तिथि अक्टूबर है। इंटरव्यू दिसंबर में आयोजित किए जाते हैं। आवेदक अधिक जानकारी के लिए ब्रिटिश काउंसिल से सम्पर्क करें।
5. ब्रिटिश चिवनिंग प्रोग्राम फॉर यंग इंडियन लायर्स (कॉलेज ऑफ लॉ, योर्क)- यहाँ पर कार्पोरेट लॉ विषय में शिक्षा दी जाती है। भारतीयों के लिए इसकी संख्या 12 है। यह शार्ट कोर्स हैं। इसकी समयावधि 6 सप्ताह है। जिसमें ट्यूशन फीस, रहने-सहने का खर्च तथा मैंटिनेंस कॉस्ट शामिल हैं।
आने-जाने का अंतरराष्ट्रीय हवाई किराया स्कॉलर को खुद वहन करना होता है। इसके लिए न्यूनतम आयु सीमा 25 से 32 वर्ष है। यह प्रोग्राम मार्च माह में शुरू होता है। इसकी अंतिम तिथि अक्टूबर माह में होती है। अधिक जानकारी के लिए ब्रिटिश काउंसिल से संपर्क करें।