प्रश्न : दद्दूजी, चंडीगढ़ से खबर है कि हरियाणा के एक भाजपा नेता ने कार में हल्की खरोंच लगने पर अस्पताल की ओर जा रही एम्बुलेंस को ही रोक दिया। इस वजह से मरीज समय पर अस्पताल नहीं पहुंच सका और उसकी मौत हो गई। आप क्या कहेंगे इस शर्मनाक घटना के बारे में?
उत्तर : सत्ताधारी मदमस्त नेताओं के इस बीमार दिमागी मर्ज का इलाज तो शायद हकीम लुकमान, क्षमा कीजिए देश के सबसे बेहतरीन डॉक्टर या वैद्य के पास भी नहीं होगा। एम्बुलेंस के अभाव में दम तोड़ चुके उस मरीज की आत्मा को शायद तब शांति मिले, जब जीवन के किसी मोड़ पर भाजपा के इन महान नेताजी के सामने जीवन-मरण का प्रश्न हो, एम्बुलेंस की सख्त जरूरत हो और वे इंतजार करते-करते उस मरीज के पास पहुंच जाएं। पर दुआ करें कि ऐसा न हो, क्योंकि यदि ऐसा हो गया तो नेताजी के अंध समर्थक एम्बुलेंस में आग लगा देंगे। फिर न जाने कितने और मरीजों की जान पर बन आएगी। बेहतर है कि ऐसे नेताओं का इलाज वोट के इंजेक्शन से किया जाए।