प्रश्न- दद्दूजी, देखिए न आजकल तकरीबन सभी न्यूज चैनल्स पर राहुल गांधी के बयानों पर बबाल, मानहानि मामले में उनकी सजा, संसद की सदस्यता का खात्मा, उन्हें बंगला खाली करने का नोटिस, ठप संसद, मोदीजी और अड़ानी पर प्रहार जैसे समाचार दिन रात चौबीसों घंटे छाए रहते हैं। यहां तक भी ठीक है पर जब अतीक जैसे माफिया की पल-पल की खबरें जनता को जबरदस्ती परोसी जाती हैं, तो मानो हद ही हो जाती है। इन खबरों से आम जनता को क्या लाभ?
उत्तर- लाभ तो टी आर पी के कारण चैनल मालिकों को होता है। आरोप तो यह भी लगता है कि ऐसी खबरें परोसने के भी चैनल्स को पैसे मिलते हैं। हर न्यूज चैनल दिन में कुछ बार तेज गति के 25, 50 या 100 समाचार दिखाते हैं।
सच तो यह है कि जो समाचार तेज गति से दिखाए जाते हैं, उन्हें विस्तार से दिखाया जाना चाहिए। और जो समाचार चौबीसों घंटों परोसे जाते हैं, उन्हें तेज गति से निपटाया जाना चाहिए जिनसे देश का कोई भला नहीं होता, जो जनता का समय नष्ट करते हैं।