प्रश्न : दद्दू, क्या आप हमें बताएंगे कि आपको किस तरह के सपने आते हैं?
उत्तर : जरूर, कल रात ही मैंने सपना देखा कि मैं सड़क के किनारे जा रहा हूं और किनारे पर बेहद सुन्दर लाल गुलाब के पेड़ को देख रुक जाता हूं। हाथ ऊंचे कर फूल चुन ही रहा था कि एक कार बगल में आकर रुकती है जिसमें एक महिला और दो बच्चे थे। मैं गुलाब के पांच सुन्दर से फूल चुनता हूं। दो उनकी ओर बढ़ाता हूं और तीन अपने लिए रख लेता हूं। फिर भी महिला रुककर मेरी ओर देखती है।
मैं पूछता हूं कि क्या और चाहिए?
उत्तर मिलता है कि नहीं मगर इनके पेपर्स...?
आश्चर्यचकित मुझे लगा कि मैं भारत के उस स्वर्णिम युग में आ गया हूं, जहां कोई गुलाब के फूल भी लेकर जा रहा है तो उसके पास उसकी खरीदी का बिल होना चाहिए। काश! किसी दिन देश के नागरिक और अधिकारी इतने जिम्मेदार हो सकें और यह सपना सच हो।