प्रश्न : दद्दूजी, चेतन भगत को नई पीढ़ी के लेखक के तौर पर पहचान मिली हुई है। उन्होंने अपने पाठकों से एक अनूठी पहल करते हुए उन्हें अपने नए नॉवेल ‘वन इंडियन गर्ल’ को किसी सुन्दर प्राकृतिक पृष्ठभूमि में रखकर उसका फोटो भेजने के लिए आमंत्रित किया। किंतु उनकी उम्मीदें टूट गईं, जब सोशल मीडिया के पाठकों ने उनकी पुस्तक की अजीबोगरीब फोटो भेज डालीं, जैसे कि एक महिला उनकी पुस्तक को चूल्हे में जलाते हुए खाना पका रही है या ठंड से बचने के लिए कोई किताब में आग लगाकर ताप रहा है। इन तस्वीरों के वायरल होते ही लेखक का मजाक बनना आरंभ हो गया। आप क्या कहेंगे अपने तरह के इस अनूठे मामले में?
उत्तर : देखिए, चेतन भगत की इस पहल के उत्तर में अनेक क्रिएटिव फोटो बनाए जा सकते थे। विद्वानों ने कहा है कि हर इंसान का जीवन एक किताब होता है। इस दृष्टि से देखें तो हर अजन्मी कन्या भी एक किताब जैसी हुई। इस नॉवेल की प्रति को एक अजन्मी कन्या भूण के प्रतिरूप के रूप में मां के गर्भ में बताया जा सकता था इस अपील के साथ कि हर कन्या को संसार में आने दिया जाए। न मालूम कौन-सी कन्या कब किसी बेस्ट सेलर किताब की तरह हिट हो जाए और अपना नाम संसार में रोशन कर दे। कन्या भूण की हत्या किसी अनमोल कृति की हत्या भी हो सकती है। यह तो हुई सपने जैसी बात।
असल में नई पीढ़ी के लेखकों का सामना अब नई पीढ़ी के पाठकों से है। ये किसी भी लेखक, गायक या अन्य कलाकार की रचना/ गीत/ प्रस्तुति दिल को भा जाए तो लम्हों में उसे आसमान पर पहुंचाकर ग्लोबल बना सकते हैं और नापसंद हो तो उसकी जगहंसाई भी करवा सकते हैं। चेतनजी की पूर्व पुस्तकों को सराहना मिली, पर इस बार दांव शायद उल्टा पड़ गया।
यह भी हो सकता है कि जिस तरह के हथकंडे आजकल फिल्मों के प्रमोशन के लिए अपनाए जाते हैं, यह भी पुस्तक के प्रमोशन का कोई नियोजित हथकंडा हो। आखिरकार मजाक उड़ रहा है तो क्या, प्रचार भी तो मिल ही रहा है।