प्रश्न : दद्दूजी, ये लक्ष्मीजी को अचानक क्या हुआ, जो अचानक देश के काले धनकुबेरों से एकसाथ खफा हो गईं।
उत्तर : देखिए एक नहीं, दो नहीं इतने सारे काले धनकुबेरों से एकसाथ नाराज होने का तो बस एक ही कारण नजर आता है कि पंडितों ने इस बार का दिवाली पूजन मुहूर्त शायद गलत निकाल दिया था या यह भी हो सकता है कि ग्लोबल वॉर्मिंग की वजह से सही मुहूर्त इधर-उधर खिसक गया हो।
प्रश्न : दद्दूजी, 1,000 और 500 के नोट बंद होने के कारण लोगों को परेशानी क्यों हो रही है और यह कब खत्म होगी?
उत्तर : वो क्या है कि पिछले कुछ दशकों से लोगों हर चीज घर बैठे मिल रही थी और इस तरह से लाइन में लगने की आदत छूटती जा रही थी। एक बार आदत सुधर गई तो स्थिति सामान्य हो जाएगी।
प्रश्न : दद्दूजी, कुछ लोग बड़े मजे से दिन-दिनभर बिना कचवाए बैंकों में नोट बदलवाने की लाइनों में लगे दिखाई देते हैं। वे ऐसा किस तरह से कर पाते हैं?
उत्तर : उन्हें जरूर क्रिकेट मैच की टिकट लाइनों में लगे रहने का अनुभव होगा।
प्रश्न : दद्दूजी, प्रधानमंत्री मोदीजी का नोटबंदी का फैसला सही है या गलत?
उत्तर : यदि वे 2019 का आम चुनाव जीतकर पुन: प्रधानमंत्री बन गए तो सही, वरना गलत।