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G-20 Summit : मुर्मू और मोदी ने भव्य रात्रिभोज में G20 नेताओं का किया स्वागत, परोसे गए मोटे अनाज से तैयार व्यंजन

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हमें फॉलो करें Grand dinner organized for G-20 guests
नई दिल्ली , रविवार, 10 सितम्बर 2023 (01:03 IST)
G-20 Summit : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को शिखर सम्मेलन स्थल 'भारत मंडपम' में जी-20 मेहमानों के लिए एक भव्य रात्रिभोज का आयोजन किया, जिसमें मोटे अनाज से बने व्यंजन और कश्मीरी कहवा परोसे गए।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रात्रिभोज शुरू होने से पहले एक मंच पर अतिथियों का स्वागत किया, जिसकी पृष्ठभूमि में बिहार के नालंदा महाविहार (नालंदा विश्वविद्यालय) की तस्वीर लगी हुई थी, साथ ही भारत की अध्यक्षता में जी-20 का विषय 'वसुधैव कुटुम्बकम्' एक पृथ्वी, एक कुटुम्ब, एक भविष्य को दर्शाया गया था। नालंदा विश्वविद्यालय के भग्नावशेष यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल है। यह विश्वविद्यालय दुनिया के सबसे पुराने विश्वविद्यालयों में से एक था।
 
राष्ट्रपति मुर्मू और प्रधानमंत्री मोदी ने बाइडन का स्वागत किया और मंच पर उनका अभिवादन किया और उनसे संक्षिप्त बातचीत की। उन्होंने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से भी संक्षिप्त बातचीत की जो अपनी पत्नी अक्षता मूर्ति के साथ रात्रिभोज में शामिल होने आए थे।
 
रात्रिभोज के मेनू (व्यंजन सूची) के अनुसार, गणमान्य व्यक्तियों को परोसे गए व्यंजनों में ‘श्री अन्ना’ (मोटे अनाज से बने व्यंजन और कश्मीरी कहवा शामिल था। ये व्यंजन भारत की विविध पाक परंपरा को दर्शाते हैं। रात्रिभोज के लिए विशेष तौर पर तैयार व्यंजन सूची पर लिखा था, परंपराओं, रीति-रिवाजों और ऋतुओं का संगम, भारत कई मायनों में विविधतापूर्ण है।

स्वाद हमें जोड़ता है। हम शरद ऋतु का उत्सव मना रहे हैं, इस मेनू (व्यंजन सूची) में इस ऋतु की प्रचुरता है। यह भारत भर में पाई जाने वाली खाद्य सामग्री की समृद्धता को दर्शाता है एवं आधुनिक वैश्चिक विविधता में हमारी समृद्ध पाक- कला को व्यक्त करता है और यह 'वसुधैव कुटुंबकम' ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ की भावना को समर्पित है।
 
मेनू के एक अन्य पृष्ठ पर जी-20 शिखर सम्मेलन के अवसर पर ‘भारत के राष्ट्रपति’ द्वारा आयोजित रात्रिभोज का उल्लेख किया गया था। इसमें कहा गया था कि पूरे भारत में उगाए जाने वाले मोटे अनाज का स्वाद ‘अपने सम्मानित मेहमानों तक पहुंचाने के लिए हमने आज मेनू में कुछ व्यंजन शामिल किए हैं’, जिसमें विभिन्न प्रकार के मोटे अनाज का उपयोग किया गया है...।
 
विशिष्ट मेहमानों को परोसे गए शुरुआती भोजन (स्टार्टर)- में ‘पात्रम’- ‘ताजी हवा का झोंका’ दही के गोले और भारतीय मसालेदार चटनी से सजे कंगनी श्रीअन्न लीफ क्रीस्प्स (दूध, गेहूं और मेवा युक्त) था। मुख्य भोजन- वनवर्णम ‘मिट्टी के गुण’ ग्लेज्ड फॉरेस्ट मशरूम, कुटकी श्रीअन्न क्रिस्प्स और करी पत्ते के साथ तैयार केरल लाल चावल के साथ परोसे गए कटहल गैलेट (दूध और गेहूं युक्त) था।
 
रात्रिभोज में परोसी गई भारतीय रोटियों में कलौंजी के स्वाद वाले मुलायम बन (दूध और गेहूं युक्त) और बाकरखानी- इलायची के स्वाद वाली मीठी रोटी (दूध, चीनी और गेहूं युक्त) शामिल थी। खाने के बाद परोसे गए मिष्ठान में ‘मधुरिमा’- जो इलायची की खुशबू वाला सांवा का हलवा, अंजीर-आड़ू मुरब्बा और अंबेमोहर राइस क्रिस्प्स (दूध, श्रीअन्न, गेंहू और मेवा युक्त) शामिल था।
रात्रिभोज में राष्ट्राध्यक्षों और भारत सरकार द्वारा आमंत्रित लोगों सहित लगभग 300 अतिथि शामिल हुए। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की प्रबंध निदेशक एवं अध्यक्ष क्रिस्टालिना जॉर्जीवा, विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा अपनी पत्नी रितु बंगा के साथ और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना सबसे पहले प्रगति मैदान में नवनिर्मित कन्वेंशन सेंटर पहुंचने वालों में शामिल थीं।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और साड़ी पहने हुए उनकी पत्नी योको किशिदा, चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज भी रात्रिभोज में शामिल हुए।
इन सभी के साथ ही राष्ट्रपति मुर्मू और मोदी ने मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ और उनकी पत्नी सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। राष्ट्रपति मुर्मू और प्रधानमंत्री मोदी ने सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो और उनकी पत्नी, इतालवी प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव का भी रात्रिभोज स्थल पर स्वागत किया।
प्रधानमंत्री मोदी को अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री अल्बनीज सहित जी-20 के कुछ नेताओं को नालंदा विश्वविद्यालय के महत्व के बारे में बताते देखा गया। राष्ट्रपति मुर्मू ने भारत मंडपम में जी-20 नेताओं, अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों के लिए औपचारिक रात्रिभोज की मेजबानी की।
 
नवनिर्मित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन और प्रदर्शनी केंद्र तथा इसके हरेभरे लॉन रात में रंगीन रोशनी से जगमगाते नजर आए तथा इसके फव्वारों और अत्याधुनिक इमारत के सामने रखी नटराज की मूर्ति ने आयोजन स्थल पर भव्यता में चार चांद लगा दिए।

भारत की जी-20 अध्यक्षता के तहत एक महत्वपूर्ण फैसला किया गया जिसके तहत 55 सदस्‍यीय अफ्रीकी संघ को शनिवार को जी-20 समूह का एक नया स्थाई सदस्य बनाया गया। 1999 में स्थापना के बाद से यह इस प्रभावशाली गुट का पहला विस्तार है।
 
जी-20 के सभी सदस्य देशों ने ‘ग्लोबल साउथ’ के प्रमुख संगठन को दुनिया की शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं के संगठन में शामिल करने के प्रधानमंत्री मोदी के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया। ‘ग्लोबल साउथ’ शब्द का इस्तेमाल एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के विकासशील देशों के लिए किया जाता है। जी-20 शिखर सम्मेलन शनिवार को भारत मंडपम में शुरू हुआ और यह रविवार को संपन्न होगा।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)

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