श्री गणेश, गजानन, लंबोदर, विनायक के कई हजार नाम हैं लेकिन उन सभी का वाचन संभव नहीं अत: भक्त अपनी सुविधा से 108 नामों का पाठ कर सकते हैं। यह 108 गजानन नाम श्री गणेश को प्रसन्न करते हैं और वे यश, कीर्ति, पराक्रम, वैभव, ऐश्वर्य, सौभाग्य, सफलता, धन, धान्य, बुद्धि, विवेक, ज्ञान और तेजस्विता का आशीष प्रदान करते हैं।
1) बालगणपति – Baalganapati
2) भालचन्द्र – Bhalchandra
3) बुद्धिनाथ – Buddhinath
4) धूम्रवर्ण – Dhumravarna
5) एकाक्षर – Ekakshar
6) एकदंत – Ekdant
7) गजकर्ण – Gajkarn
8) गजानन – Gajaanan
9) गजनान – Gajnaan
10) गजवक्र – Gajvakra
11) गजवक्त्र – Gajvaktra
12) गणाध्यक्ष – Ganaadhyaksha
13) गणपति – Ganapati
14) गौरीसुत – Gaurisut
15) लंबकर्ण – Lambakarn
16) लंबोदर – Lambodar
17) महाबल – Mahaabal
18) महागणपति – Mahaaganapati
19) महेश्वर – Maheshwar
20) मंगलमूर्ति – Mangalmurti
21) मूषकवाहन – Mushakvaahan
22) निदीश्वरम – Nidishwaram
23) प्रथमेश्वर – Prathameshwar
24) शूपकर्ण – Shoopkarna
25) शुभम – Shubham
26) सिद्धिदाता – Siddhidata
27) सिद्धिविनायक – Siddhivinaayak
28) सुरेश्वरम – Sureshvaram
29) वक्रतुंड – Vakratund
30) अखूरथ – Akhurath
31) अलंपत – Alampat
32) अमित – Amit
33) अनंतचिदरुपम – Anantchidrupam
34) अवनीश – Avanish
35) अविघ्न – Avighn
36) भीम – Bheem
37) भूपति – Bhupati
38) भुवनपति – Bhuvanpati
39) बुद्धिप्रिय – Buddhipriya
40) बुद्धिविधाता – Buddhividhata
41) चतुर्भुज – Chaturbhuj
42) देवदेव – Devdev
43) देवांतकनाशकारी – Devantaknaashkari
44) देवव्रत – Devavrat
45) देवेन्द्राशिक – Devendrashik
46) धार्मिक – Dharmik
47) दूर्जा – Doorja
48) द्वैमातुर – Dwemaatur
49) एकदंष्ट्र – Ekdanshtra
50) ईशानपुत्र – Ishaanputra
51) गदाधर – Gadaadhar
52) गणाध्यक्षिण – Ganaadhyakshina
53) गुणिन – Gunin
54) हरिद्र – Haridra
55) हेरंब – Heramb
56) कपिल – Kapil
57) कवीश – Kaveesh
58) कीर्ति – Kirti
59) कृपाकर – Kripakar
60) कृष्णपिंगाक्ष – Krishnapingaksh
61) क्षेमंकरी – Kshemankari
62) क्षिप्रा – Kshipra
63) मनोमय – Manomaya
64) मृत्युंजय – Mrityunjay
65) मूढ़ाकरम – Mudhakaram
66) मुक्तिदायी – Muktidaayi
67) नादप्रतिष्ठित – Naadpratishthit
68) नमस्तेतु – Namastetu
69) नंदन – Nandan
70) पाषिण – Pashin
71) पीतांबर – Pitaamber
72) प्रमोद – Pramod
73) पुरुष – Purush
74) रक्त – Rakta
75) रुद्रप्रिय – Rudrapriya
76) सर्वदेवात्मन – Sarvadevatmana
77) सर्वसिद्धांत – Sarvasiddhanta
78) सर्वात्मन – Sarvaatmana
79) शांभवी – Shambhavi
80) शशिवर्णम – Shashivarnam
81) शुभगुणकानन – Shubhagunakaanan
82) श्वेता – Shweta
83) सिद्धिप्रिय – Siddhipriya
84) स्कंदपूर्वज – Skandapurvaj
85) सुमुख – Sumukha
86) स्वरुप – Swarup
87) तरुण – Tarun
88) उद्दण्ड – Uddanda
89) उमापुत्र – Umaputra
90) वरगणपति – Varganapati
91) वरप्रद – Varprada
92) वरदविनायक – Varadvinaayak
93) वीरगणपति – Veerganapati
94) विद्यावारिधि – Vidyavaaridhi
95) विघ्नहर – Vighnahar
96) विघ्नहर्ता – Vighnahartta
97) विघ्नविनाशन – Vighnavinashan
98) विघ्नराज – Vighnaraaj
99) विघ्नराजेन्द्र – Vighnaraajendra
100) विघ्नविनाशाय – Vighnavinashay
101) विघ्नेश्वर – Vighneshwar
102) विकट – Vikat
103) विनायक – Vinayak
104) विश्वमुख – Vshvamukh
105) यज्ञकाय – Yagyakaay
106) यशस्कर – Yashaskar