10 सितंबर 2021, शुक्रवार से श्री गणेश उत्सव आरंभ हो रहा है, समस्त पूजा विधि के साथ हम लाए हैं एक पौराणिक लेकिन सटीक प्रयोग... बस एक धागा, डोरी, राखी या मौली लीजिए और उसमें 7 गांठ लगा कर श्री गणेश के चरणों में रख दें, पढ़ें विस्तार से ....
 
 			
 
 			
					
			        							
								
																	
	 
	* गणेश चतुर्थी के दिन ब्रह्म मूहर्त में उठकर स्नान आदि से शुद्ध होकर शुद्ध कपड़े पहनें। आज के दिन लाल रंग के वस्त्र पहनना अति शुभ होता है।
	 
	* गणपति का पूजन शुद्ध आसन पर बैठकर अपना मुख पूर्व अथवा उत्तर दिशा की तरफ करके करें।
	 
	* पंचामृत से श्री गणेश को स्नान कराएं तत्पश्चात केसरिया चंदन, अक्षत, दूर्वा अर्पित कर कपूर जलाकर उनकी पूजा और आरती करें। उनको मोदक के लड्डू अर्पित करें। उन्हें रक्तवर्ण के पुष्प विशेष प्रिय हैं।
								
								
								
										
			        							
								
																	
	 
	* श्री गणेश जी का श्री स्वरूप ईशाण कोण में स्थापित करें और उनका श्री मुख पश्चिम की ओर रहे।
	 
	* अब एक सूत का कच्चा धागा लें। इस पर सात गांठ लगा कर उसे बप्पा के चरणों में रख दें, विसर्जन से पूर्व उस धागे को अपने पर्स में रख लें। इस उपाय से धन, दौलत, सुख, समृद्धि, सफलता, वैभव, सपन्नता, सौभाग्य, ऐश्वर्य और यश-कीर्ति हर समय आपके साथ रहेगी। विषम परिस्थिति में यही धागा आपका रक्षा कवच बनेगा।