दिल्ली के दिल में क्या है?
गुरुवार के दिन दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों के लिए मतदान है। सरपट भागती दिल्ली के बाशिंदों के चेहरों पर एक अजीब सी ख़ामोशी तारी है। गुरुवार के दिन कहाँ बटन दबेगा ये तो जाहिर है 16 मई को ही पता चलेगा।
जहाँ मोदी का समूचा राजनीतिक करियर मोदी को देशभर में मिलने वाली सीटों के साथ दाँव पर लगा हुआ है वहीं आम आदमी पार्टी का राजनीतिक जीवन भी इस बात पर टिका है कि दिल्ली से उसे कितनी ऑक्सीजन मिल पाती है। दिल्ली कि सड़कों पर जहाँ ऐसे लोग भी मिले जो अब भी आम आदमी पार्टी और उसके एजेंडा में विश्वास रखते हैं वहीं आम आदमी पार्टी को लेकर गुस्सा भी मौजूद है। बहरहाल, अधिकांश सीटों पर मुकाबला त्रिकोणीय ही है। चांदनी चौक सीट पर मुस्लिम मतों में कांग्रेस के प्रति रुझान साफ देखा जा सकता है। हर्षवर्धन मोदी लहर पर सवार हैं। आशुतोष के खेमे को उम्मीद है कि जिन लोगों को बिजली पानी के कम दामों का फ़ायदा मिला है वो उनका साथ देंगे।