पुडुचेरी की एकमात्र सीट के लिए होगा कड़ा संघर्ष
पुडुचेरी। पुडुचेरी की एकमात्र लोकसभा सीट के लिए 24 अप्रैल को होने वाले चुनाव को लेकर अन्नाद्रमुक, द्रमुक और मुख्यमंत्री एन. रंगास्वामी की अध्यक्षता वाली सत्तारूढ़ एआईएनआरसी समेत बड़े राजनीतिक दलों के बीच कड़ा संघर्ष होने की संभावना है।2011
के विधानसभा चुनावों में विजयी होकर सत्ता में आई एआईएनआरसी के लिए यह पहला लोकसभा चुनाव है।प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में राज्यमंत्री वी. नारायणसामी 2009 में अविभाजित कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर जीत हासिल कर पहली बार लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। इस बार बड़ी पार्टियों द्वारा अपने उम्मीदवार उतारने पर उन्हें बहुकोणीय मुकाबले का सामना करना पड़ सकता है।रंगास्वामी ने अपनी पार्टी की चुनावी रणनीति का खुलासा नहीं किया है कि वे अकेले चुनाव लड़ेंगे या किसी और राजनीतिक दल के साथ गठबंधन करेंगे।तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता की अध्यक्षता वाला अन्नाद्रमुक पहले ही पुडुचेरी सीट से एमवी ओमलिंगम को चुनावी मैदान में उतारने की घोषणा कर चुका है। अपनी राष्ट्रीय आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए जयललिता तमिलनाडु की 39 लोकसभा सीटों और केंद्र शासित क्षेत्र की एकमात्र सीट जीतने को लक्ष्य बना चुकी हैं।पीएमए भी आगामी चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा कर चुकी है। पार्टी के भाजपा के साथ चुनावी गठजोड़ करने की संभावना है। एम. करुणानिधि की द्रमुक और भाजपा ने अब तक पुडुचेरी को लेकर अपनी योजनाओं की घोषणा नहीं की है। पुडुचेरी में 30 विधानसभा सीटें हैं और केंद्र शासित क्षेत्र के मतदाताओं की कुल संख्या 8.85 लाख है। (भाषा)