सीवान : शहाबुद्दीन के गढ़ में नहीं चलेगी ‘मोदी लहर’?
सीवान , रविवार, 23 मार्च 2014 (14:10 IST)
सीवान। ‘मोदी लहर’ के जरिए बिहार में क्लीन स्वीप के सपने देख रही भाजपा को चुनौती देते राजद उम्मीदवार और पूर्व बाहुबली सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना साहेब ने कहा है कि सीवान में मोदी लहर नहीं चलेगी और जनता इस बार सही उम्मीदवार का चुनाव करेगी।हिना का मुख्य मुकाबला भाजपा प्रत्याशी और मौजूदा सांसद ओमप्रकाश यादव से है जिन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर उन्हें 2009 के लोकसभा चुनाव में 63,000 मतों से हराया था। 4
बार के सांसद और 2 बार विधायक रह चुके शहाबुद्दीन को हत्या के इरादे से अपहरण के मामले में आजीवन कारावास होने के बाद हिना ने 2009 में राजनीति में पदार्पण किया था।उन्होंने कहा कि पिछली बार गलत अफवाहें फैलाकर और धर्म के आधार पर बांटकर मुझे हरवाया गया। मौजूदा सांसद अब भगवा पहनकर वोट मांग रहे हैं। मोदी (नरेन्द्र) का भी काम धर्म को बांटकर राजनीति करना है।उन्होंने कहा कि भले ही अब वे मुसलमानों को फुसला रहे हों लेकिन सीवान के लोग उनके झांसे में नहीं आने वाले। वे समझदार हैं और उन्हीं को चुनेंगे, जो धर्म और जाति से ऊपर उठकर राजनीति कर रहे हैं। मोदी की कोई लहर यहां नहीं है।हिना ने स्वीकार किया कि पिछली बार उनके हारने का कारण पर्दादारी भी था, क्योंकि मतदाताओं ने कभी उनकी शक्ल भी नहीं देखी थी लेकिन इस बार वे पूरा फील्डवर्क कर रही हैं। हिना ने कहा कि लोगों का कहना है कि पिछली बार मैं पर्दे में थी और उन्होंने मेरा चेहरा भी नहीं देखा था और जिसे देखा नहीं, उसे वोट कैसे करते? हार का यह भी एक कारण था लेकिन इस बार मैं खुलकर सभी से मिल रही हूं।उन्होंने कहा कि मुझे जब 2009 में चुनाव लड़ने के लिए कहा गया, तब मैंने मना कर दिया था। मैं अपने पति (शहाबुद्दीन) का इंतजार कर रही थी और यही जानती थी कि वही चुनाव लड़ेंगे। जब यह तय हो गया कि वे चुनाव नहीं लड़ सकते तभी मैंने लड़ने का मन बनाया।मुझे नामांकन के बाद सिर्फ 16 दिन मिले थे लेकिन अबकी बार मुझे पहले ही से पता था कि चुनाव लड़ना है लिहाजा तैयारी बेहतर है। युवाओं के लिए शिक्षा और महिलाओं की सुरक्षा को चुनावी मुद्दा बनाने वाली हिना ने कहा कि उनका मकसद अपने पति के अधूरे कामों को पूरा करना है।हिना ने कहा कि साहेब (शहाबुद्दीन) ने सीवान में स्कूल, कॉलेज, अस्पताल और बच्चों के लिए इंडोर स्टेडियम बनवाए जिनकी पिछले 5 साल में मरम्मत तक नहीं की गई। उनके जो अधूरे काम थे, वे मैं पूरे करना चाहती हूं।उन्होंने कहा कि गांवों में इंटर स्कूल खुलवाना और बलात्कार की घटनाओं पर रोक लगाना मेरी प्राथमिकता है। राष्ट्रीय जनता दल के शासन में ही शहाबुद्दीन को जेल जाना पड़ा था लेकिन हिना ने कहा कि दलबदल के इस दौर में उनका इरादा पार्टी छोड़ने का नहीं है।उन्होंने कहा कि हमारे लिए पार्टी परिवार की तरह है और हम अंत तक राजद के साथ रहेंगे। मौजूदा बिहार सरकार हमारे खिलाफ है, जो नहीं चाहती कि मेरे पति जेल से बाहर आएं। मुझे आज भी पल-पल उनका इंतजार है और मैं जानती हूं कि पिछले 10 साल मैंने किन कठिनाइयों, संघर्षों और डर के साथ निकाले लेकिन इन्हीं से मुझे हौसला मिला और चुनाव में लोगों का साथ भी मिलेगा। (भाषा)