केजरीवाल के पांच महाझूठ और उनकी सचाई....
दिल्ली विधानसभा चुनाव में भ्रष्टाचार और जनलोकपाल के मुद्दे को लेकर आम आदमी पार्टी और केजरीवाल सत्ता पर तो काबिज हो गए, लेकिन सत्ता में आते ही ईमानदार केजरीवाल भी झूठे बन गए।
राजनीति के कीचड़ में उसकी सफाई करने उतरी आप आज इस कीचड़ के दलदल में फंसती जा रही है। केजरीवाल भी अब राजनीतिज्ञों की तरह पलट-पलट कर बयान देने में माहिर हो गए हैं। ईमानदार और सचाई के पर्याय बन चुके केजरीवाल अब झूठ बोलने लगे हैं। कौनसा है पहला झूठ और उसकी सचाई केजरीवाल ने सरकार से वादा किया था कि सरकार सबसे पहला काम जनलोकपाल विधेयक को पास कराएगी। रामलीला मैदान में इस विधेयक को पास करवाया जाएगा। इस पर केजरीवाल का कहना है कि केंद्र सरकार ने एक आदेश जारी किया है इस कारण जनलोकपाल विधेयक अभी पास नहीं हो सकेगा। केंद्र सरकार से जनलोकपाल के लिए इजाजत लेनी होगी। सच्चाई : इस मामले में सचाई यह है कि यह पत्र बहुत पहले ही जारी हो चुका है। दूसरी बार लोकपाल विधेयक पास होने के बाद ही सरकार ने राज्यों को लोकायुक्त बनाने का अधिकार दे दिया है। दिल्ली में लोकायुक्त पहले से ही काम कर रहा है।
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