केजरीवाल को वाराणसी में बवाल की आशंका!
क्या भाजपा वाराणसी में कोई योजना बना रही है: अरविन्द केजरीवाल
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविन्द केजरीवाल ने वाराणसी में हिंसा की आशंका जताई है। केजरीवाल सोमवार को वाराणसी के लिए रवाना होने वाले हैं। मंगलवार को वहां उनकी रैली है। लेकिन, वाराणसी रवाना होने से पहले ट्वीट कर केजरीवाल ने कहा कि वाराणसी में हिंसा हो सकती है।अपनी वाराणसी रैली से एक दिन पहले आम आदमी पार्टी के नेता अरविन्द केजरीवाल ने एक ट्वीट करने आशंका जताई है कि वाराणसी में भाजपा कोई बवाल खड़ा कर सकती है। केजरीवाल ने सोशल साइट्स पर चल रही कुछ टिप्पणियों के हवाले से ट्विटर पर लिखा है कि, 'क्या बीजेपी कोई योजना बना रही है?'दरअलस वे टि्वटर पर भाजपा की एक पोस्ट को लेकर चिंतित हैं। उनको आशंका है कि मंगलवार को वाराणसी में 'आप' की होने वाली रैली को लेकर भाजपा कुछ योजना बना रही है।उन्होंने अपने वॉल पर उस पोस्ट को भी लगाया हुआ, जिसमें लिखा गया है कि केजरीवाल की 25 मार्च को वाराणसी में रैली है। इस दौरान वह कोई नया ड्रामा कर सकते हैं।सोशल साइट्स पर लिखी गई टिप्पणी में गुजरात में गिरफ्तारी के ड्रामे के साथ ही योगेंद्र यादव पर स्याही फेंकने, दफ्तर पर हमले जैसी घटनाओं का जिक्र किया गया है। अब इन्हीं टिप्पणियों को आधार बनाते हुए केजरीवाल ने ट्वीट किया है और पूछा है कि क्या बीजेपी वाराणसी में कोई साजिश तो नहीं बना रही?इसके अलावा आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता दिलीप पांडे ने भी ट्वीट कर वाराणसी में बवाल की आशंका जताई है।
अगले पन्ने पर ट्वीट में क्या लिखा दिलीप पांडे ने...
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता दिलीप पांडे ने अपने ट्विटर एकाउंट पर लिखा, 'बनारसी मित्रों ने बताया की बीजेपी के लोगों के साथ वहां कुछ नए चेहरे दिखने लगे हैं। क्या ये वो लोग हैं जिन्हें बवाल मचने की ज़िम्मेदारी दी है?
आखिर केजरीवाल ने ऐसा क्यूं कहा, अगले पन्ने पर..
अफवाह ऐसी भी है कि केजरीवाल ने उस रैली में खुद पर हमले की साजिश रची है ताकि नरेन्द्र मोदी को वह इसके लिए जिम्मेदार बताकर जनता के सामने स्वयं को पीड़ित के तौर पर पेश कर सकें। ये ठीक वैसे ही होगा जैसा कि उन्होंने गुजरात में गिरफ्तारी का ड्रामा किया था, योगेंद्र यादव पर स्याही पोती गई थी।
ये सब ड्रामा केजरीवाल को पीड़ित दिखाने और मोदी को विलेन दिखाने के लिए होगा। उस पोस्ट में यह भी लिखा गया है कि आप यह अंदाजा नहीं लगा सकते हैं कि केजरीवाल सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए क्या कर सकते हैं। (एजेंसी)