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कुमारी शैलजा

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पूर्व सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री कुमारी शैलजा का जन्‍म चंडीगढ़ के दलित नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी दलबीर सिंह के घर 24 सितंबर 1962 को हुआ।

माता का नाम कलावती था, जिनका मार्च 2012 में निधन हुआ। एक स्त्री होने के बावजूद उन्होंने अपनी मां को मुखाग्नि दी थी।

अविवाहित कुमारी शैलजा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से संबद्ध हैं। कुमारी शैलजा बचपन से ही पढ़ने में काफी तेज थीं। प्रारंभिक शिक्षा दिल्‍ली के जीसस एंड मेरी पब्लिक स्‍कूल में हुई। स्‍नातकोत्‍तर तथा एमफिल चंडीगढ़ से पंजाब विश्‍वविद्यालय से किया।

1990 में महिला कांग्रेस की अध्‍यक्ष बनकर इन्‍होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। 1991 में वे पहली बार 10वीं लोकसभा चुनाव में हरियाणा के सिरसा लोकसभा सीट से जीतीं और नरसिंहराव सरकार में शिक्षा और संस्‍कृति राज्‍यमंत्री बनीं।

जुलाई 1992 से सितंबर 1995 तक मानव संसाधन विकास मंत्रालय के शिक्षा और संस्कृति विभाग की केंद्रीय उप मंत्री रहीं। सितंबर 1995 से मई 1996 तक उक्त विभाग की केंद्रीय राज्यमंत्री रहीं। 1996 में 11वीं लोकसभा में दूसरी बार सिरसा सीट से जीत हासिल की तथा कांग्रेस संसदीय दल की कार्यकारी समिति की सदस्य बनीं।

1996 से 2004 तक अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की सचिव व प्रवक्ता पद का दायित्व सम्हाला। तीसरी बार 2004 में 14वें लोकसभा चुनाव में कुमारी शैलजा ने हरियाणा की अंबाला सीट का प्रतिनिधित्‍व किया तथा डॉ. मनमोहन सिंह सरकार में आवास और शहरी गरीबी उपशमन मंत्रालय की राज्‍यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनीं।

2005 में राष्ट्रमंडल स्थानीय सरकार फोरम के संचालक मंडल के सदस्य निर्वाचित हुईं। 2007 में दो वर्ष के कार्यकाल के लिए संयुक्त राष्ट्र पर्यावास की 21वीं शासी परिषद की अध्यक्ष चुनी गईं। 2009 में चौथी बार 15वीं लोकसभा के लिए निर्वाचित हुईं।

31 मई 2009 से 18 जनवरी 2011 तक आवास और शहरी गरीबी उन्मूलन और पर्यटन विभाग की केंद्रीय कैबिनेट मंत्री रहीं। 19 जनवरी 2011 से 28 अक्टूबर 2012 तक आवास और शहरी गरीबी उपशमन और संस्कृति मंत्रालय की केंद्रीय कैबिनेट मंत्री पद का दायित्व संभाला। 28 अक्टूबर 2012 से सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय में केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के रूप कार्य कर रही थीं। 27 जनवरी 2014 को उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और कांग्रेस संगठन में कार करने की इच्छा जाहिर की।

मार्च 2011 में केंद्रीय पर्यटन मंत्री कुमारी शैलजा की याचिका पर पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने नोटिस जारी कर उन पर धोखाधड़ी, आपराधिक धमकी, जालसाजी व अन्य आपराधिक षडयंत्र के आरोप लगाए।

याचिकाकर्ता वकील बीएस चाहर ने कथित तौर पर आरोप लगाया कि शैलजा ने मिर्चपुर मामले में जाट नेताओं के खिलाफ बाल्मीकि समुदाय के लोगों को भड़काने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। साथ ही एक मुकदमेबाजी से खुद को बचाने के लिए उन पर दबाब बनाकर कोरे और गैर न्यायिक कागजात पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया था।

समकालीन आर्थिक और राजनीतिक मुद्दों, विकासशील देशों के समावेशी विकास और पर्यावरण संबंधी चिंताओं पर तथा शहरी गरीबों के आवास व अन्य संबंधित मुद्दों पर कार्य करने की विशेष रुचि है। आर्मी गोल्फ क्लब, भारत पर्यावास केंद्र और भारत अंतरराष्ट्रीय केंद्र की सदस्य हैं। इसके अलावा सामाजिक-आर्थिक, पर्यावरण और आवास से संबंधित मुद्दों पर पढ़ना, अछूते स्थलों की यात्रा करना तथा संगीत की सभी शैलियों का लुत्फ लेना इनके समय व्यतीत करने और तनाव कम करने का ज़रिया है।

राष्ट्रमंडल संसदीय संघ के क्षेत्र में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली राष्ट्रमंडल महिला सांसद संचालन समिति की सदस्य हैं। मानव बस्तियों पर राष्ट्रमंडल कंसल्टेटिव समूह (सीसीजीएचएस) की निर्वाचित अध्यक्ष भी हैं। महिलाओं के सशक्तिकरण तथा सुविधाहीन व हाशिए के लोगों के साथ वंचित समूहों के उत्थान के लिए भी काम किया।

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