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सीताराम येचुरी

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सीपीआई (एम) से जुड़े और पार्टी के ससंदीय समूह के नेता सीताराम येचुरी का जन्‍म 12 अगस्‍त 1952 को तमिलनाडु के चेन्‍नई में हुआ था। जन्‍म के तुरंत बाद माता कल्पकम येचुरी और पिता एसएस येचुरी हैदराबाद चले आए।

यहां से प्रारंभिक प्राप्‍त करने के बाद 1970 में प्रेंजीडेंट्स इस्टेट स्कूल नई दिल्ली से सीबीएसई पाठ्यक्रम से हायर सेकंड्री उत्तीर्ण की। उन्होंने पूरे भारत में प्रथम श्रेणी प्राप्त की। सेंट स्‍टीफन कॉलेज कॉलेज नई दिल्ली से अर्थशास्त्र में बीए (ऑनर्स) किया। पश्चात 1975 में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय नई दिल्ली से अर्थशास्‍त्र में प्रथम श्रेणी के साथ स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की।

इसी दौरान उन्होंने बीबीसी की पूर्व संवाददाता और पत्रकार सीमा चिश्ती से शादी की। वर्तमान में सीमा 'द इंडियन एक्‍सप्रेस' समाचार-पत्र में स्‍थानीय संपादक के रूप में कार्य कर रही हैं। उनकी पहली शादी से एक बेटा और एक बेटी भी हैं। येचुरी की पहली शादी वामपंथी कार्यकर्ता और नारीवादी डॉ. वीना मजूमदार की बेटी से हुई थी।

1974 में सीताराम येचुरी स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (सीएफआई) के सदस्‍य बने और अगले ही साल वे सीपीआई(एम) के सदस्‍य बन गए। 1975 के आपातकाल के विरोधस्वरूप हुई गिरफ्तारी से पहले वे कुछ समय के लिए भूमिगत हो गए थे, जिसके कारण जेएनयू से उनकी पीएचडी की पढ़ाई अधूरी रह गई। आपातकाल के तुरंत बाद वे जेएनयू विद्यार्थी संघ के दो साल के लिए सदस्‍य बने।

1978 में वे एसएफआई के ऑल इंडिया ज्‍वॉइंट सेक्रेटरी का चुनाव जीते और उसी साल एसएफआई के अध्‍यक्ष बने। 1984 में उन्हें सीपीआई(एम) की केंद्रीय समिति के लिए आमंत्रित किया गया। 1985 में सीपीआई की सेंट्रल कमेटी के सदस्‍य बन गए, जिसके बाद उन्‍होंने 1986 में एसएफआई छोड़ दी। 1988 में तेरहवीं कांग्रेस में केंद्रीय सचिवालय के लिए तथा 1992 में चौदहवीं कांग्रेस में पोलित ब्यूरो के लिए चुने गए।

जुलाई 2005 में वे पहली बार पश्चिम बंगाल राज्‍यसभा के सदस्‍य बने। 2006 में वे होम अफेयर कमेटी के सदस्‍य बने। 2006 में ही वे जनरल पर्पस कमेटी के सदस्‍य बने। इसी दौरान वे संसदीय बोर्ड के पॉपुलेशन एंड पब्लिक हेल्‍थ के सदस्‍य, बिजनेस एडवायजरी कमेटी के सदस्‍य और लाभ के पद से संबंधित संवैधानिक और कानूनी स्थिति की जांच के लिए संयुक्त समिति के सदस्‍य बने।

2009 में वे जेएनयू कोर्ट के सदस्‍य बने। 2010 में परिवहन, पर्यटन और संस्‍कृति कमेटी के चेयरमैन बने। 2011 में सीताराम येचुरी इंडियन कांउसलिंग में वर्ल्‍ड अफेयर के सदस्‍य बने। 2011 में ही जेपीसी के टेलीकॉम लाइसेंस तथा स्‍पेक्‍ट्रम दर तय करने तथा उसके बंटवारे की कमेटी के सदस्‍य बने। 2012 के राज्‍यसभा चुनाव के अध्‍यक्ष बने तथा 2013 में कृषि क‍मेटी और विशेषाधिकार कमेटी के सदस्‍य बने। वे पश्चिम बंगाल का प्रतिनिधित्व करते हैं।

सीताराम येचुरी राजनेता के साथ सामाजिक कार्यकर्ता, अर्थशास्त्री और पत्रकार/लेखक भी हैं। वे लंबे समय से 'हिन्‍दुस्‍तान टाइम्‍स' के रेगुलर कॉलमिस्‍ट हैं। अभी तक इन्‍होंने कई पुस्‍तकें लिखीं जिसमें से 'लेफ्ट हैंड ड्राइव', 'यह हिन्‍दू राष्‍ट्र क्‍या है', 'घृणा की राजनीति' (हिन्दी में), '21वीं सदी का समाजवाद' आदि प्रमुख हैं। उन्होंने 'डायरी ऑफ फ्रीडम मूवमेंट', 'द ग्रेट रीवोल्ट : अ लेफ्ट अप्रेज़ल' और 'ग्लोबल इकोनॉमिक क्राइसिस -अ मार्कसिस्ट पर्सपेक्टिव' का संपादन किया है। इसके अलावा उन्होंने सामाजिक व सांस्कृतिक, आर्थिक नीतियों तथा सांप्रदायिकता के मुद्दों पर भी कई पुस्तिकाएं लिखी हैं।

पेशे के साथ-साथ लेखन इनका शौक भी रहा है। वहीं पढ़ना, संगीत सुनना और लॉन टेनिस खेलना भी इनकी रुचि में शामिल है। इतना ही नहीं कॉलेज की पढ़ाई के दौरान येचुरी विश्वविद्यालय की लॉन टेनिस टीम के कप्तान हुआ करते थे। वे हैदराबाद स्थित निज़ाम कॉलेज में हुई इंटर कॉलेज टेनिस स्पर्धा के चैंपियन भी रहे।

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