आधार योजना (यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया) के प्रमुख और इंफोसिस के संस्थापक रहे नंदन नीलेकणि ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने की औपचारिक घोषणा कर दी।
नीलेकणि टेक्नोक्रेट हैं। उनकी छवि साफ भी है, ऐसा चेहरा आगे करने से कांग्रेस के दाग भी काफी हद तक छिप सकते हैं। माना जा रहा है कि नंदन नीलेकणि बेंगलुरु दक्षिण लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।
नीलेकणि का जन्म 1955 में कर्नाटक में हुआ था। अपनी उच्च शिक्षा (इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री) उन्होंने आईआईटी मुंबई से प्राप्त की। वे 2009 में भारत सरकार के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट आधार योजना से जुड़े।
वे भारत की ओर से अंतराष्ट्रीय आर्थिक संबंध पर शोध करने वाली काउंसिल ICRIER के सदस्य भी हैं और प्रीमियर इंडिपेंडेंट एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (NCAER) के अध्यक्ष भी हैं।
विज्ञान, तकनीकी और प्रबंधन के क्षेत्र में कई पुरस्कार प्राप्त कर चुके नीलेकणि को 2006 में पद्मभूषण सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है, जो भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक है। उन्हें राहुल गांधी के काफी करीब माना जाता है। कुछ समय पहले तो ऐसी खबरें भी आई थीं कि कांग्रेस पार्टी उन्हें अपना प्रधानमंत्री उम्मीदवार घोषित कर सकती है।