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भारत की राजनीतिक पार्टियों के चुनाव चिन्ह की जानकारी

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लोकतंत्र में राजनीतिक पार्टियां अपने चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ती है। यह चुनाव चिन्ह पार्टियों की रीति-नीतियों को भी प्रदर्शित करता है। आइए जानते हैं भारत की प्रमुक राजनीतिक पार्टियों के चुनाव चिन्ह के बारे में...

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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) : कमल का फूल
डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी द्वारा 1951 में स्थापित भारतीय जनसंघ ही वर्तमान की भाजपा है। उस समय भारतीय जनसंघ का चुनाव चिह्न 'दीपक' हुआ करता था। 1977 में भारतीय जनसंघ को जनता पार्टी कहा जाने लगा और उसका चुनाव चिह्न 'हलधर किसान' हो गया। इसी पार्टी का स्वरूप 1980 में भाजपा हो गया, जिसका चुनाव चिह्न कमल का फूल निर्धारित किया गया।

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (भाराकां) : पंजा
1885 में कांग्रेस का निशान था, हल के साथ दो बैल, उसके बाद चुनाव चिह्न बदल कर गाय-बछड़ा हुआ। वर्तमान में कांग्रेस के चुनाव चिह्न 'पंजा' का सबसे पहले इंदिरा गांधी ने इस्तेमाल किया था। इंदिरा जी ने पार्टी को नई शक्ति का संचार किया और नई कांग्रेस बनाई। उनका मानना था कि हाथ का पंजा शक्ति, ऊर्जा और एकता का प्रतीक है।

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) : हाथी
चुनाव आयोग द्वारा स्वीकृत, बाईं ओर देखता हुआ हाथी बसपा का चुनाव चिह्न है। पार्टी, असम और सिक्किम के अलावा देशभर में इसी चुनाव चिह्न से चुनाव लड़ती है। हालाँकि वर्तमान में इन दोनों राज्यों में बसपा का कोई दखल नहीं है इसलिए असम और सिक्किम के लिए पार्टी का चुनाव चिह्न अभी निर्धारित नहीं किए गए हैं।

बसपा का चुनाव चिह्न 'हाथी', शारीरिक शक्ति और इच्छाशक्ति का द्योतक है। यह एक विशालकाय पशु है और आमतौर पर शांत रहता है। इस चुनाव चिह्न के विषय में मानना है कि 'बहुजन समाज' या समाज के दलित वर्गों की विशाल जनसंख्या। यह न केवल समाज का बड़ा हिस्सा है, बल्कि इसका यह भी संकेत है कि निचली जातियाँ और अप्लसंख्यक वर्ग शारीरिक व मानसिक रूप से सुदृढ़ होते हैं और मुश्किल से मुश्किल स्थितियों में संषर्घ कर सकते हैं।

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) : हंसिया-हथौड़ा
माकपा का चुनाव चिह्न हंसिया-हथौड़ा है। हंसिया और हथोड़ा अर्थात खेतिहर मजदूर और कारखाने के मजदूरों का प्रतीक।

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) : बाली-हंसिया
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का निशान बाली और हंसिया 1952 से अब तक उसके पास बना हुआ है। हालांकि इस पार्टी में भी टूट हुई और एक नया गुट मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी बना, जो 1967 से चुनाव में भाग ले रहा है।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) : घड़ी
राकांपा का चुनाव चिह्न एक नीले रंग की रेखीय घड़ी है, जिसमें नीचे दो पाए तथा ऊपर अलार्म बटन है। घड़ी के दो कांटे 10 बजकर 10 मिनट का समय दर्शा रहे हैं। यह चिह्न इंगित करता है कि परिस्थितियां चाहे कितनी भी विपरीत क्यों न हों, राकांपा अपने सिद्धांतों के लिए दृढ़ता से लड़ती है।

समाजवादी पार्टी (सपा) : साइकिल
समाजवादी पार्टी का चुनाव चिह्न साइकिल है। आमतौर पर यह लाल और हरे रंग के पार्टी के झंडे पर बनाई जाती है। लाल रंग संघर्ष और क्रांति के आदर्शों का तथा हरा रंग घास या हरियाली दर्शाता है, जो राजनीति के बुनियादी सिद्धांतों का द्योतक है। हरा रंग उम्मीदों का भी होता है। वहीं साइकिल मंजिल तक पहुंचाने का साधन है, जो पार्टी का मंतव्य स्पष्ट करता है।

बीजू जनता दल (बीजद) : शंख
बीजू जनता दल के लिए चुनाव आयोग द्वारा स्वीकृत चुनाव चिह्न बायीं ओर मुड़ा हुआ शंख है। बहुसंख्य लोग खुद को शंख से जुड़ा हुआ पाते हैं। शंख प्राचीन भारतीय परंपरा का प्रतीक है।

पौराणिक परंपरानुसार 'पांचजन्य' नाक का शंख भगवान विष्णु का प्रतीक है, जिसका अर्थ प्राणियों के पांच वर्गों पर नियंत्रण है। एक बार महाभारत में भी अर्जुन ने आकर्षक शंख से नाद किया था, जिसका मतलब विजयनाद था। प्राचीनकाल से ही माना जाता रहा है कि शंख शक्ति, संप्रभुता और सत्ता का प्रतीक रहा है, जो शत्रुओं और दुष्ट आत्माओं का नाश करता है।

जनता दल (यूनाइटेड) : तीर
जनता दल (यूनाइटेड) के लिए चुनाव आयोग द्वारा 'तीर' का निशान स्वीकृत किया गया है। यह चिह्न अविभाजित जनता दल का था। यह तीर हरे और सफेद रंग के बीच बनी सफेद पट्टी पर बना हुआ है। वास्तव में यह ध्वज जॉर्ज फर्नांडीज़ की समता पार्टी का था। 'तीर' इंगित करता है कि पार्टी अपने लक्ष्य, भारत को एक धर्मनिरपेक्ष, संप्रभु, समाजवादी व लोकतांत्रिक गणराज्य बनाने की ओर प्रयासरत है।

तेलुगू देशम पार्टी : साइकिल
तेलुगू देशम पार्टी का चुनाव चिह्न 'साइकिल' है। आमतौर पर यह पीले रंग की पृष्ठभूमि पर बनाई जाती है। पीला रंग समृद्धि, खुशी और धन की चमक का रंग है।

ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (एआईएडीएमके/अन्ना द्रमुक) : 'दो पत्तियां'
ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम का चुनाव चिह्न 'दो पत्तियां' हैं। उक्त चुनाव चिह्न का एक खास इतिहास रहा है। 1987 में एम.जी. रामचंद्रन की मृत्यु के बाद एआईएडीएमके को लेकर जानकी रामचंद्रन और जयललिता के बीच अनबन हो गई।

अत: चुनाव आयोग ने दोनों को एमजीआर के उत्तराधिकारी के रूप में पार्टी की कमान सम्हालने में अयोग्य करार दिया। परिणामस्वरूप दोनों को पृथक चुनाव चिह्न आवंटित किए गए। जानकी रामचंद्रन को 'दो कबूतर' तथा जयललिता गुट को 'बांग देता हुआ मुर्गा' चुनाव चिह्न दिया गया। हालांकि, द्रमुक के शक्तिशाली बनकर उभरने से उक्त मामला हल हो गया और 1989 में जयललिता की पार्टी एआईएडीएमके को 'दो पत्तियां' चुनाव चिह्न आवंटित कर दिया गया।

द्रविण मुनेत्र कड़गम (डीएमके) : उगता सूरज
डीएमके का चुनाव चिह्न दो पर्वतों के बीच से रश्मियां बिखेरते हुए उगता सूरज है। यह चिह्न इस मायने में अर्थपूर्ण है कि इससे तमिलनाडु और पांडिचेरी के लोग शीघ्रता से जुड़ गए। दरअस्ल, तमिलनाडु में 'राइज़िंग सन' नाम से एक अंग्रेजी दैनिक भी निकलता था।

यह चिह्न सीधे तौर पर द्रविण लोगों के इतिहास और उनकी राजनीतिक गतिविधियों से जुड़ा था, जिसका राजनीतिक नेतृत्व पेरियार ने किया था। दूसरे अर्थों में सूर्य की किरणों का अर्थ है कि इसी प्रकार द्रविणों के जीवन में भी इसी तरह प्रकाश फैले।

अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस : दो फूल
चुनाव आयोग द्वारा अ.भा.तृणमूल कांग्रेस का स्वीकृत चुनाव चिह्न 'दो फूल' हैं। इस चुनाव चिह्न में राष्ट्रीय ध्वज के सभी रंग हैं। पार्टी का राजनीतिक नारा है 'माँ, माटी और मनुष्य)। तृणमूल कांग्रेस का चुनाव चिह्न फूल और घास मातृत्व या हमारे राष्ट्र के तत्व का प्रतिनिधित्व करता है। माटी या मातृत्व यहां माता या 'माँ' को निर्दिष्ट करता है।

जनता दल (सेक्युलर) : जेडी (एस)
जनता दल (एस) के लिए स्वीकृत चिह्न में 'अपने सिर पर धान रखकर ले जाती एक कृषक महिला' है। पार्टी का प्रचार वाक्य है, 'मूल्य से एकजुट, विश्वास से प्रेरित'। चिह्न में महिला को दर्शाना महिलाओं के अधिकारों और अवसरों के प्रति गंभीर होना दर्शाता है।

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) : लालटेन
राजद का चुनाव चिह्न 'लालटेन' है। लालटेन आत्मज्ञान का, साक्षरता की ओर प्रगति का और प्रकाश का प्रतीक है। उक्त चुनाव चिह्न को अंधकार के उन्मूलन और प्रकाश व प्रेम का प्रचार करने के लिए उपयुक्त माना जाता है।

शिवसेना : तीर-कमान
शिवसेना का चुनाव चिह्न 'तीर-कमान' है। आमतौर पर यह पार्टी के केसरिया रंग के ध्वज पर इस्तेमाल किया जाता है। केसरिया रंग हिन्दुत्व का प्रतीक है। साथ ही यह रंग पार्टी की मजबूत हिन्दू राष्ट्रवादी भावना की ओर भी संकेत करता है। इसके साथ ही तीर-कमान का निशान पार्टी का तेवर भी दर्शाता है। पार्टी कार्यकर्ताओं को शिव सैनिक कहा जाता है।

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) : रेलवे इंजन
मनसे का चुनाव चिह्न दाईं ओर जाता हुआ 'रेलवे का भाप इंजन' है। पार्टी इसका इस्तेमाल तीन रंग के झंडे पर करती है, जिस पर दो सफेद पट्टियां भी हैं। झंडे में शीर्ष पर गहरा चमकदार नीला रंग, फिर सफेद पट्टी, फिर केसरिया रंग के बाद सफेद पट्टी और फिर हरा रंग है।

आम आदमी पार्टी (आप) : झाड़ू
आम आदमी पार्टी (आप) का चुनाव चिह्न 'झाड़ू' है। भ्रष्टाचार मिटाने के उद्देश्य से अस्तित्व में आई इस पार्टी का मानना है कि चुनाव चिह्न झाड़ू के मुताबिक देश में फैले हर प्रकार के भ्रष्टाचार की सफाई करना है।

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