ऐसे काम करेगा कांग्रेस का 'मीडिया हब'
क्या करेगा- मीडिया हब पार्टी के अगले छह महीनों के प्लान और कैंपेन को कोऑर्डिनेट करेगा।कौन करेगा- मीडिया हब का प्रबंधन काग्रेस नेताओं के नेतृत्व में रिसर्चरों की टीम करेगी।कैसे करेगा- यह नेताओं के भाषणों के अलावा उन्हें क्या और किस रंग के कपड़े पहने चाहिए? आदि चीजों का भी सुझाव देगा।मी़डिया मैनेजमेंट- मीडिया हब पार्टी प्रवक्ताओं को अलग-अलग न्यूज चैनल भी असाइन करेगा। यानी किस चैनल की डिबेट में पार्टी की ओर से कौन हिस्सा लेगा, इसका फैसला भी मीडिया हब ही करेगा। कांग्रेस ने 17 जनवरी को होने वाली अहम बैठक से पहले राज्यों के लिए स्क्रीनिंग कमेटियां गठित कर दी हैं। ये कमेटियां अगले लोकसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों का चयन करेंगी। स्क्रीनिंग कमेटी में पूर्व रेल मंत्री पवन बंसल को भी जगह दी गई है।
कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने गुरुवार रात इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कमेटियों को मंजूरी दे दी है। सूत्रों का कहना है कि 17 जनवरी की अहम बैठक के तुरंत बाद स्क्रीनिंग कमेटियों को भी बैठक होगी। इसके बाद 150 से 200 दावेदारों की एक सूची जनवरी के आखिर तक आ सकती है। लोकसभा चुनाव अप्रैल-मई में होने के आसार हैं। इससे दावेदारों को तैयारियों के लिए तीन महीने का वक्त मिल जाएगा।कांग्रेस की 17 जनवरी को होने वाली ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) की बैठक लोकसभा चुनाव के लिहाज से सबसे अहम मानी जा रही है। लिहाजा इसके लिए कांग्रेस कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। सूत्रों के मुताबिक एआईसीसी की बैठक के रेजोल्यूशन को तैयार कराने के लिए विशेषज्ञों की सेवाएं ली जा रही हैं। दो वरिष्ठ वकीलों, चार वरिष्ठ संपादकों और दो रिटायर्ड ब्यूरोक्रेट्स कांग्रेस के संकल्प पत्र का ड्राफ्ट तैयार कर रहे हैं। इससे अलग एक विशेषज्ञ दल इसकी भाषा को लेकर भी समीक्षा करेगा। पार्टी के अंदरुनी सूत्रों का कहना है कि यह काम अभी तक प्रणब मुखर्जी किया करते थे। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के संकल्प पत्र में सीधा निशाना बीजेपी को बनाया जाएगा। दिल्ली में 32 सीटें जीतकर भी सरकार ने बनाने की बीजेपी की असफलता को पार्टी रेजोल्यूशन में खास जगह देगी। इसे लेकर पार्टी बीजेपी पर हमले करेगी। हालांकि, कांग्रेस का रेजोल्यूशन आम आदमी पार्टी पर निशाना साधने से बचेगा। चुनावी तैयारियों का जायजा लेने के लिए राहुल गांधी के आवास पर मंगलवार को आयोजित बैठक में प्रियंका गांधी के आने से मीडिया में ही नहीं बल्कि पार्टी के भीतर भी सनसनी फैल गई थी। सूत्रों का कहना है कि प्रियंका के बैठक में शामिल होने को लेकर पहले से किसी को जानकारी नहीं थी। प्रियंका गांधी जब अचानक बैठक में हिस्सा लेने पहुंची तो कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी के पार्टी नेताओं को कॉल्स आने शुरू हो गए थे। कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी को पार्टी अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की ओर से तुरंत निर्देश दिए गए कि बैठक के ठीक बाद वह प्रियंका की बैठक में उपस्थिति के बारे में मीडिया को स्पष्टीकरण दें। यही नहीं राहुल गांधी के आवास पर आयोजित बैठक के बीच जब एके एंटनी, अंबिका सोनी और मोतीलाला वोहरा को फोन कॉल्स आने शुरू हुए तो वह भी सकते में आ गए थे। राहुल की नई टीम घोषित : इनको सौपा गया राज्य अध्यक्ष का प्रभारमध्यप्रदेश, महाराष्ट्र : मल्लिकार्जुन खड़गे, परेश धानानीउत्तरप्रदेश : केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, अविनाश पांडेहिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर : भुवनेश कालिता, हरीश चौधरीअरुणाचल प्रदेश, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, सिक्किम, त्रिपुरा : नारायण स्वामी, चेन्ना रेड्डीअसम, अंडमान निकोबार, बिहार, पं.बंगाल : सुशील कुमार शिंदे, मानिक टैगोरआंध्रप्रदेश, गोवा, कर्नाटक : व्यालार रवि, भक्तचरण दासकेरल, लक्षद्वीप, पुड्डुचेरी, तमिलनाडु : गुलामनबी आजाद, शुभंकर सरकारदिल्ली, चंड़ीगढ़, हरियाणा, पंजाब : पीसी चाको, दीपक बाबारियाछत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा : ऑस्कर फर्नाडीस, मीनाक्षी नटराजन