प्यारे बच्चों, 22
जुलाई 1947 को भारत की संविधान सभा के कक्ष में पं. जवाहरलाल नेहरू ने विश्व एवं भारत के नागरिकों के सामने राष्ट्रध्वज प्रस्तुत किया था और यही राष्ट्रध्वज का जन्म-पल था। इस अवसर पर पं. नेहरू ने बड़ा मार्मिक भाषण भी दिया और रेशमी खादी व सूती खादी से बना राष्ट्रध्वज प्रस्तुत किया। और सभी ने करतल ध्वनि के साथ स्वतंत्र भारत के इस राष्ट्रध्वज को स्वीकार किया। आइए हम बताते हैं कि राष्ट्रीय ध्वज किस मानक आकार में बनाया जाता है। क्र. मि.मी.में माप फुट व इंचों में माप कहाँ प्रयोग होते हैं 1. 6300
×4200 मि.मी. 21×14 फुट जिन भवनों पर बहुत लंबे ध्वज दंड लगे हों। 2. 3600
×2400 मि.मी. 12×8 फुट लाल किला, राष्ट्रपति भवन, तोपखाने की गाड़ी आदि पर। |
22 जुलाई 1947 को भारत की संविधान सभा के कक्ष में पं. जवाहरलाल नेहरू ने विश्व एवं भारत के नागरिकों के सामने राष्ट्रध्वज प्रस्तुत किया था और यही राष्ट्रध्वज का जन्म-पल था। इस अवसर पर रेशमी खादी व सूती खादी से निर्मित राष्ट्रध्वज प्रस्तुत किया। |
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3. 2700×1800 मि.मी. 9×6 फुट मध्यम आकार के भवनों में।
4. 1800×1200 मि.मी. 6×4 फुट शवों एवं छोटे आकार के भवनों पर।
5. 1350×900 मि.मी. 5,1/2×3 फुट छोटे भवनों में।
5. 900×600 मि.मी. 3×2 फुट वरिष्ठ अधिकारियों के कक्ष में क्रॉस बार पर लगाकर।
6. 450×300 मि.मी. 18×12 इंच अति विशिष्ट व्यक्तियों, विमानों व रेल पर।
7. 225×150 मि.मी. 9×6 इंच अति विशिष्ट व्यक्तियों की मोटरकार पर इन्हें दो पर्तों में बनाया जाता है।
8. 150×100 मि.मी. 6×4 इंच राजकीय सम्मेलनों व वार्ताओं के दौरान मेज पर रखने के लिए यह ध्वज केवल रेशमी खादी से बनाए जाते हैं।