हर साल 8 मई को विश्व रेड क्रॉस दिवस मनाया जाता है। 8 मई 1828 को जॉन हेनरी डिनैंट का जन्म हुआ था। उनका मुख्य उद्देश्य मानव सेवा था। उनके जन्मदिन को विश्व रेड क्रॉस दिवस के रूप में मनाते हैं। इसके लिए 3 बार नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया जा गया है। रेड क्रॉस सोसायटी द्वारा युद्ध के दौरान सहायता की जाती थी, उसी प्रकार कोरोना काल में भी सहायता की जा रही है। बहुत कम लोग रेड क्रॉस के बारे में जानते हैं। आज जान लिजिए क्या है रेड क्रॉस?
रेड क्रॉस एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन है। इस संगठन का उद्देश्य है मानव जाति की रक्षा करना। रेड क्रॉस सोसायटी द्वारा विपदा, आपदा या युद्ध के दौरान लोगों की सहायता करते हैं। भारत में भी रेड क्रॉस सोसयटी द्वारा मदद की जाती है। हर साल आपदा - विपदा की परिस्थिति में सरकार के साथ मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन कर लोगों को बचाया जाता है। संकट में फंसे लोगों की मदद की जाती है। नाश्ता, भोजन, उपचार, पीने का पानी, कपड़ें, रहने के लिए व्यवस्था करना जैसी तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती है।
भारत में रेड क्रॉस सोसायटी की स्थापना
भारत में रेड क्रॉस सोसायटी की स्थापना पार्लियामेंट एक्ट के अंतर्गत 1920 में की गई। शुरूआत में रेड क्रॉस सोसायटी का नाम इंटरनेशनल कमिटी फॉर रिलीफ टू द वाउंडेड था जिसे बाद में परिवर्तित करके रेड क्रॉस सोसायटी इन इंडिया किया गया। इसका स्लोगन है 'अपने अंदर के स्वयं सेवक संघ का पहचाने'।
कैसा दिखता है रेड क्रॉस का चिन्ह्
रेड क्रॉस का चिन्ह् सफेद पट्टी पर लाल रंग क्रॉस है। इस चिन्ह का गलत उपयोग करने पर कानून के तहत कार्यावाही की जाती है। 9 फरवरी 1863 को स्विट्जरलैंड के जेनेवो में 5 लोगों द्वारा इसकी नींव रखी गई थी। 1864 में विशाल अंतरर्राष्ट्रीय सम्मेलन का अयोजन किया गया। वर्तमान में करीब 18 देशों में इसे कानूनी मान्यता प्राप्त है।