भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बारे में वैसे तो आपने कई वाकए सुने होंगे, इंदिरा से जुड़े हुए महत्वपूर्ण वाकयों में 1975 की इमरजेंसी और ऑपरेशन ब्लूस्टार शामिल हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि वे इंदिरा नेहरू से इंदिरा गांधी कैसे बन गईं?
वैसे ये वाकया स्वतंत्रता प्राप्ति के पहले का है, जो उनके पति के संघर्ष के दिनों से शुरू होता है। इंदिरा गांधी के पति थे फिरोज जहांगीर घांदी जो बाद में फिरोज गांधी बन गए और बाद में उन्हें इंदिरा से प्यार हुआ और दोनों पति पत्नी बन गए। लेकिन ये कैसे हुआ, कब हुआ? इसके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं।
फिरोज गांधी का जन्म बंबई के एक पारसी परिवार में हुआ था। बचपन उन्होंने बबंई और इलाहाबाद में गुजारा। जब वे महज 18 साल के हुए भारत के स्वतंत्रता आंदोलन ने उन्हें अपनी ओर आकर्षित किया और वे बन गए स्वतंत्रता सेनानी।
इसी दौरान उनकी मुलाकात इंदिरा और उनकी मां कमला नेहरू से हुई। आंदोलन के दिन धूप बहुत थी और इसके कारण कमला नेहरू बेहोश होकर गिर पड़ी, फिरोज उन्हें एक जगह ले गए और वहां उनको होश में लाए।
इस वाकए के अगले ही दिन फिरोज ने अपनी पढ़ाई छोड़ दी और पूरे तरह से स्वतंत्रता आंदोलन में लग गए। स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल होने के साथ ही फिरोज ने अपना उप-नाम घांदी से गांधी कर लिया जो आज तक उनके परिवार वाले इस्तेमाल कर रहे हैं। इस दौरान वे कई बार लाल बहादुर शास्त्री के साथ जेल भी गए।
फिरोज-इंदिरा की प्रेम कहानी : फिरोज इंदिरा को पहले से ही चाहने लगे थे, और आखिरकार उन्होंने एक दिन इंदिरा के सामने अपना प्रस्ताव रख दिया। वह साल 1933 था और इंदिरा तब मात्र 16 साल की थीं। इंदिरा के कम उम्र के होने के चलते इंदिरा और उनकी मां ने फिरोज के प्रस्ताव को ठुकरा दिया।
जैसा कि फिरोज गांधी स्वतंत्रता सेनानी थे तो वे नेहरू के करीब पहले से थे। लेकिन अब वे नेहरू परिवार के और करीब आने लगे और कमला नेहरू के वे चहेते बन गए। वे 1934 में कमला नेहरू की भोवाली यात्रा में भी उनके साथ थे।
उसके बाद जब कमला नेहरू की हालत 1935 में खराब हुई तो उन्होंने आनन-फानन में यूरोप ले जाने के लिए सारे इंतजाम किए। यूरोप में लंबी बीमारी के चलते कमला नेहरू की मौत हो गई। जब कमला नेहरू का निधन हुआ तब वे उनके पास ही थे। इन सालों में इंदिरा और फिरोज एक दूसरे के बहुत करीब आ चुके थे और आखिरकार मार्च 1942 में दोनों ने हिंदु रीति-रिवाजों से शादी कर ली।
नेहरू दोनों की शादी से बहुत खफा थे वे इस संबंध में गांधी जी के पास पहुंचे, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ। और कई सालों तक दोनों साथ-साथ रहे। दोनों के दो पुत्र हुए राजीव गांधी(1944) और संजय गांधी(1946), फिरोज गांधी की दिल का दौरा पड़ने से 1960 में मौत हो गई। इसके बाद इंदिरा गांधी राजनीति में सक्रिय हुईं और भारत की पहली प्रधानमंत्री बनीं।