World Tobacco Day: क्यों मनाया जाता है? क्या है 2023 की थीम?
3.5 मिलियन हेक्टेयर भूमि हर साल तंबाकू उगाने के लिए परिवर्तित की जाती है!
world no tobacco day 2023
आपने फिल्म देखने से पहले मुकेश का एड ज़रूर देखा होगा। साथ ही अक्षय कुमार का नो स्मोकिंग एड भी आपको अच्छे से याद होगा। इन दोनों ही विज्ञापन में धूम्रपान की चेतावनी दी गई है। हालांकि धूम्रपान की चेतावनी प्रोडक्ट के पैकेट पर भी होती है। पर कई लोग इस चेतावनी को यूट्यूब के एड की तरह स्किप कर देते हैं। धूम्रपान हमारी सेहत के लिए काफी हानिकारक होता है। धूम्रपान करने से कैंसर और हार्ट अटैक जैसी कई गंभीर बीमारियां होती हैं। इन गंभीर बिमारियों को देखते हुए विश्वभर में हर साल 31 मई को वर्ल्ड नो टोबैको डे (world no tobacco day) मनाया जाता है। ये दिवस को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा मनाया जाता है। चलिए जानते हैं इस दिवस से जुड़ी सारी जानकारी के बारे में.........
क्या है वर्ल्ड नो टोबैको डे का इतिहास?
इस दिवस की शुरुआत 1987 में विश्व स्वास्थ्य संगठन के सदस्य राज्यों द्वारा की गई थी। इस दिवस के ज़रिए तंबाकू महामारी और इसके कारण होने वाली मृत्यु और बीमारी पर वैश्विक ध्यान आकर्षित किया जा सके। 1987 में विश्व स्वास्थ्य सभा ने प्रस्ताव WHA40.38 पारित किया, जिसमें 7 अप्रैल 1988 को "विश्व धूम्रपान निषेध दिवस" घोषित किया गया। साथ ही 1988 में संकल्प पारित किया गया था जिसमें हर साल 31 मई को विश्व धूम्रपान निषेध दिवस मनाने का आह्वान किया गया था।
क्या है वर्ल्ड नो टोबैको डे 2023 की थीम?
इस साल की थीम 'हमें भोजन चाहिए, तंबाकू नहीं' निर्धारित की गई है। इस थीम का महत्व, जो किसान तंबाकू की खेती करते हैं उनके लिए वैकल्पिक फसल उत्पादन और मार्केटिंग अवसरों को प्रदान करना है। साथ ही इन किसानों को सस्टनैबल और पौष्टिक फसल उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करना है। इस थीम के ज़रिए उन तंबाकू इंडस्ट्री को एक्सपोज़ करना भी है जो इन किसानों को वैकल्पिक फसल उत्पादन के लिए रोक रहे हैं।
तंबाकू खेती के ये तथ्य जानकार रह जाएंगे हैरान
-
दुनिया भर में लगभग 3.5 मिलियन हेक्टेयर भूमि हर साल तंबाकू उगाने के लिए परिवर्तित की जाती है।
-
तंबाकू उगाना भी एक वर्ष में 2 लाख हेक्टेयर वनों की कटाई में योगदान देता है।
-
तंबाकू उगाने के लिए उपयोग की जाने वाली भूमि में अन्य फसलों जैसे कि भोजन को उगाने की क्षमता कम होती है क्योंकि तंबाकू मिट्टी की श्रमता को कम कर देता है।