फेंग अपने काम में व्यस्त थी तभी उसे एक पार्सल मिला। पार्र्सल खोलते ही फेंग की खुशी का ठिकाना नहीं रहा, क्योंकि पार्सल में कुछ दिनों पहले खोया उसका पर्स था। पर्स के साथ फेंग को एक चिट्ठी भी मिली। चिट्ठी लिखने वाले ने ही यह पर्स चुराया था और फिर लौटाया भी।
चिट्ठी में उस व्यक्ति ने लिखा कि- मुझे जो चाहिए था वह मैंने रख लिया, बाकी की चीजें मेरे काम की नहीं हैं और मैं बेकार की चीजों को अपने पास नहीं रखता हूँ। इसलिए मैं आपकी चीजें आपको भेज रहा हूँ। पर्स में फेंग को ड्राइविंग लाइसेंस और ऑफिस के एक जरूरी लेटर मिल गया। पर्स की नकदी नहीं लौटी, वो तो चोर के काम की जो थी।