भोजन में मौजूद विषैले पदार्थों और सूक्ष्म जीवों से छुटकारा पाने के लिए मनुष्य ने उन्हें पकाकर खाना शुरू किया। मनुष्य ने खाना पकाने की शुरुआत इसलिए की थी क्योंकि भोजन में मौजूद सूक्ष्मजीवी शरीर के भीतर पहुँचने पर पाचक एंजाइम को नष्ट कर देते थे और खाना पच नहीं पाता था।
हालाँकि आदिमानव ने तमाम कारणों से भोजन पकाना शुरू नहीं किया होगा बल्कि उन्होंने भोजन को पकाकर बल्कि उन्होंने भोजन को पकाकर खाना इसलिए शुरू किया क्योंकि इससे भोजन कुछ नरम हो जाता था और उसे खाने में आसानी होती थी। इसके साथ ही खाने का स्वाद भी पकाने से बढ़ जाता था।
जानवर भोजन जानवर भोजन को पकाते नहीं हैं पर अपने भोजन को बचाने के लिए उनमें दूसरी कई प्रक्रियाएँ पाई जाती हैं। जैसे गाय और भैंस भोजन को पचाने के लिए जुगाली करते रहते हैं। खरगोश अपने मल को दूसरी बार खाता है, भोजन पकाना एक कला है वरना खाने को बहुत ज्यादा पकाने पर उसमें मौजूद पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं।