राष्ट्रगान के शब्द और संगीत की रचना रवीन्द्रनाथ टैगोर ने की थी। उन्होंने बांग्लादेश के लिए भी राष्ट्रगान की शब्द और संगीत रचना की थी। भारत का राष्ट्रगान उन्होंने समृद्धि की आकांक्षा को ध्यान में रखकर रचा था जिसे जार्ज पंचम के भारत आने पर उनके स्वागत में पेशभी किया गया था। असल में यह गीत बहुत लंबा था पर इस गीत के चुनिंदा अंश को राष्ट्रगान के बतौर भारत के पहले गणतंत्र दिवस के दो दिन पहले स्वीकार किया गया था।