जोया अख्तर : एक बेहतरीन युवा निर्देशक
कहते हैं कि हर चीज इंसान को विरासत में नहीं मिलती, अगर कुछ विरासत में मिल भी जाए तब भी बहुत कुछ हमें अपनी मेहनत व लगन से हासिल करना होता है। जोया अख्तर ऐसी ही एक युवा निर्देशक हैं। जिनका जन्म भले ही फिल्मों से जुड़े परिवार में हुआ हो लेकिन आज वे जिस मुकाम पर हैं, वहां तक वे अपनी मेहनत व लगन से पहुंची हैं। आज बॉलीवुड में जोया का नाम एक सफल निर्देशक के रूप में जाना जाता है। पिछले साल उनकी निर्देशित फिल्म जिंदगी ना मिलेगी दोबारा ने दर्शकों के दिलों पर एक अमिट छाप छोड़ी। खासकर युवा दर्शकों के दिलों पर। इस फिल्म ने युवाओं के मन में जिंदगी के प्रति सकारात्मक पहलू को जन्म दिया। दर्शकों के साथ-साथ इस फिल्म ने आलोचकों का दिल भी जीता। आलोचकों ने इस फिल्म की जमकर तारीफ की। जोया के पिता एक सुप्रसिद्ध कवि, गीतकार और स्क्रीन राइटर जावेद अख्तर हैं और इनकी मां हनी ईरानी भी एक स्क्रीन राइटर हैं। जोया की ही तरह उनके भाई फरहान अख्तर भी बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं।जोया की स्कूली पढ़ाई मानेकजी कूपर स्कूल से हुई और जेवियर कॉलेज से उन्होंने बीए की डिग्री हासिल की। उन्हें पहले से ही फिल्मों में गहरी दिलचस्पी थी इसलिए मुंबई से बीए की डिग्री लेने के बाद वे न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी फिल्म स्कूल गईं जहां पर उन्होंने फिल्म प्रोडक्शन की बारिकियों को सीखा। अपने करियर के शुरुआत में जोया ने पेप्सी, फिनोलेक्स सहित कई कमर्शियल एड फिल्मों में काम किया है। एक रॉक बैंड के लिए प्राइस ऑफ बुलैट नामक एक म्यूजिक वीडियो में उन्होंने बतौर सह-निर्देशक के रूप में काम किया। इसके बाद कास्टिंग डिपार्टमेंट में काम कर उन्होंने अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत की। उन्होंने कामसूत्र : प्यार की एक कहानी, बॉम्बे बॉयज, स्प्लिट वाइड ओपन और भोपाल एक्सप्रेस में एक्स्ट्रा की कास्टिंग की है। फिल्म अरमान, दिल चाहता है और लक्ष्य में वे बतौर कास्टिंग डायरेक्टर काम कर चुकी हैं। कास्टिंग डायरेक्टर के अलावा उन्होंने एक असिस्टेंट डायरेक्टर, डायरेक्टर के रूप में भी काम किया है। बतौर डायरेक्टर अपनी पहली फिल्म लक बाय चांस से उन्होंने यह साबित कर दिया कि एक अच्छी और मनोरंजक फिल्म बनाने की सारी प्रतिभा उनमें मौजूद हैं। उनके इसी कौशल को फिल्म जिंदगी ना मिलेगी दोबारा में परिपक्व रूप से देखा गया है। निर्देशन के साथ-साथ फिल्म की कास्टिंग भी वाकई कमाल है जो उनके कास्टिंग डायरेक्टर के बेहतरीन हुनर को दर्शाता है। इतना ही नहीं फिल्म जिंदगी ना मिलेगी दोबारा में बेहतरीन निर्देशन के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के फिल्म फेयर अवॉर्ड से भी नवाजा गया है। जोया की इस बहुमुखी प्रतिभा को देखकर यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि बॉलीवुड के पुरुष निर्देशकों के वर्चस्व के बीच जोया ने अपनी एक अलग पहचान हासिल की है, जिस कारण आज उनका नाम यूथ आइकन की सूची में शामिल हो चुका है।