दीपिका पल्लीकल एक चर्चित भारतीय महिला स्क्वैश खिलाड़ी, जिन्हें स्क्वैश की मारिया शारापोवा के नाम से भी जाना जाता है। दीपिका एक बैहतरीन स्क्वैश खिलाड़ी होने के साथ-साथ गुड लुकिंग, स्टाइलिश व अपने खेल से प्यार करने वाली खिलाड़ी हैं। उनकी प्रसिद्धी में उनके खेल के साथ-साथ उनकी खूबसूरती ने भी अहम भूमिका निभाई है।
उनकी इसी खूबसूरती के कारण उन्हें तमिल फिल्मों में काम करने का मौका भी मिला है, लेकिन स्क्वैश की दुनिया में नंबर वन होने के सपने के आगे उन्होंने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया और अपना सारा ध्यान सिर्फ अपने खेल पर ही दिया। अभी वे भारत की सबसे मशहूर महिला खिलाड़ी हैं और हाल ही में हुई रेटिंग ने उन्हें भारत की सबसे ग्लैमरस महिला खिलाड़ी का दर्जा दिया है।
दीपिका का जन्म 21 सितंबर 1991 को चेन्नई में हुआ। उनका पूरा नाम दीपिका रेबेका पल्लीकल है। उनके पिता संजीव पल्लीकल एक उद्योगपति हैं और उनकी मां सुसान पल्लीकल एक क्रिकेट खिलाड़ी रही हैं, अभी वे एक ट्रेवल एंजेसी का संचालन करती हैं। दीपिका ने नौंवी तक की पढ़ाई गुड शैफर्ड स्कूल से की है। इसके बाद में लेडी एंडेल स्कूल चली गईं क्योंकि वहां खेल के लिए पर्याप्त सुविधाएं मौजूद थीं। उन्होंने चेन्नई के इतिराज कॉलेज से अपनी आगे की पढ़ाई पूरी की।
दीपिका जब 6वीं कक्षा में थीं तब उन्होंने अपना पहला अंतराष्ट्रीय मैच लंदन में खेला। बचपन से ही उन्हें इस खेल के प्रति गहरी रुचि थी और महज 11 साल की उम्र में वे नेशनल चैम्पियन बन चुकी थीं। इस खेल के प्रति उनकी गजब की ललक ने उन्हें कई टूर्नामेंट का सरताज बनाया। आज सिर्फ 20 साल की उम्र में वे कई अंतरराष्ट्रीय खिताब हासिल कर चुकी हैं।
अंडर 19 की कैटेगरी में उन्हें नंबर वन महिला स्क्वैश खिलाड़ी का दर्जा दिया गया था। अभी वे विश्व रैंकिंग में 14वें स्थान पर हैं, जो उनकी अब तक की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग है। दीपिका ने अपनी ट्रेनिंग चेन्नई के आईसीएल-टीएनएसआरए एकेडमी से साइरस पोंचा और मेजर एस मनियम से ली है। दीपिका भारत की पहली ऐसी स्क्वैश खिलाड़ी हैं जिन्होंने वर्ल्ड ओपन स्क्वैश के अंतिम आठ में जगह बनाई और विश्व में भारत के नाम को गरिमा दिलाई।
अपने खेल करियर के साथ-साथ दीपिका एड वर्ल्ड में भी काफी नजर आई हैं। उनकी खूबसूरती के कारण उनके पास दक्षिण भारतीय फिल्मों के कई ऑफर हैं लेकिन उन्होंने फिल्मों से ज्यादा अपने खेल को प्राथकिमता दी है। दीपिका कई खेल प्रेमी युवाओं की आइडियल हैं।