रॉजर फेडरर के ढेरों रिकॉर्डस के बारे में जाने बगैर भी जब आप उन्हें खेलते हुए देखेंगे तो उनकी महारथ को खुद ही समझ जाएँगे। फेडरर के शॉट्स का वर्णन अक्सर 'जादुई' 'आश्चर्यजनक' और 'अविश्वसनीय' जैसे शब्दों से किया जाता है। लगभग हर मैच में उत्कृष्ट खेल का प्रदर्शन करने वाले रॉजर फेडरर का व्यक्तित्व उनके खेल की तरह आकर्षक है। अपनी निराली विशेषताओं के बल पर उन्होंने दुनियाभर में जबर्दस्त लोकप्रियता और सम्मान अर्जित किया है।
टेनिस के कई खिताब जीतकर अपनी सफलता का परचम लहराने वाले रॉजर फेडरर, 21वीं सदी के सर्वश्रेष्ठ टेनिस खिलाड़ी माने जाते हैं। 2009 का फ्रेंच ओपन टूर्नामेंट जीतकर फेडरर ने अपना करियर ग्रैंड स्लेम हासिल किया। ये एक ऐसी जीत थी, जिसका फेडरर और उनके लाखों प्रशंसकों को कई सालों से इंतजार था।
इसी के साथ उन्होंने सर्वाधिक ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने के पीट सेम्प्रास का रिकॉर्ड तोड़ा और अपने करियर में चारों ग्रैंड स्लैम जीतने वाले इतिहास के छठें खिलाड़ी बन गए। वर्ष 2004 से 2007 तक रॉजर फेडरर क्ले सर्फेस को छोड़कर पुरुष टेनिस के हर सर्फेस पर छाए रहे।
रॉजर जब 8 वर्ष के थे, तब उन्होंने टेनिस खेलना शुक्र किया और वर्ष 1998 में 17 साल की उम्र में वे टेनिस के वर्ल्ड नं. 1 जूनियर खिलाड़ी बन गए। इसी के साथ उनके प्रोफेशनल टेनिस करियर की शुरुआत हो गई। रॉजर एक ऑल कोर्ट ऑल-राउंड खिलाड़ी हैं।
2001 में फेडरर रोलाँगैरो के क्वार्टर फाइनल तक पहुँचने में कामयाब रहे और पीट सैम्प्रास के लगातार 31 मैच जीतने के रिकॉर्ड को तोड़ने में भी। हालाँकि वे क्वाटङर फाइनल से आगे टूर्नामेंट में अपनी जगह नहीं बना पाए थे। इसी साल मिलान में फेडरर को एटीपी का पहला खिताब मिला, लेकिन वर्ष 2002 में उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा। 2003 में वे विम्बल्डन विजेता बने।
इतनी हार-जीत का सामना करते-करते फेडरर का आत्मविश्वास बढ़ता गया। इसी की बदौलत 2004 में उन्होंने ऑस्ट्रेलियन ओपन, विम्बल्डन, यूएस ओपन और आठ अन्य खिताब अपने नाम किए। इसके साथ रॉजर 1985 में इवान लेंडल के बाद एक ही वर्ष में सर्वाधिक खिताब जीतने वाले खिलाड़ी बन गए। इन अपार उपलब्धियों के साथ वे 2004 में विश्व नं. एक खिलाड़ी बन गए। इसके बाद 2007 तक उन्होंने टेनिस टूर्नामेंट्स पर राज किया और कई बार ग्रैंड स्लैम खिताब जीते, लेकिन ये सब कुछ अधूरा सा लग रहा था, क्योंकि रॉजर अब तक रोलाँगैरो में नहीं जीत पाए थे।
रॉजर के कड़े प्रतिद्वंदियों में नडाल प्रमुख हैं। 2007 के अंत में फेडरर वाइरल डिसीज़ की चपेट में आ गए थे। इस बीमारी से उबरने में उन्हें समय लगा और उनका खेल भी इससे प्रभावित हुआ, वे काफी टूर्नामेंट हार रहे थे। कई लोगों को लगने लगा था कि नडाल जो क्ले के अलावा अन्य सर्फेस पर भी अपनी कुशलता बढ़ाते जा रहे थे, वे रॉजर को पीछे छोड़ देंगे।
नडाल ने इसे बहुत हद तक सही साबित करते हुए रॉजर को विम्बल्डन में बुरी तरह हराया। इसके बाद रॉजर ने अपने प्रदर्शन को सुधारते हुए यूएस ओपन का खिताब जीत लिया।
2008 में रॉजर की एटीपी रैंकिंग नं. 2 थी। 2009 में उन्होंने बहुप्रतीक्षित फ्रैंच ओपन आखिरकार जीत ही लिया। कुछ ही हफ्तों बाद विम्बल्डन का खिताब एक बार फिर जीतकर रॉजर ने पुरुष टेनिस के ग्रैंड स्लैम सिंगल्स खिताब जीतने के सभी रिकॉर्ड तोड़ डाले। 2010 में उन्होंने ऑस्ट्रेलियन ओपन, लंदन मास्टर्स और कुछ अन्य खिताब जीते।
रॉजर कई चैरिटेबल संस्थाओं से भी जुड़े हैं। 2006 में युनिसेफ ने फेडरर को 'गुडविल एम्बेसेडर' चुना। हरिकेन कटरीना के पीड़ितों की सहायता के लिए उन्होंने यूएस ओपन चैम्पियनशिप का अपना रैकेट नीलाम किया था। वे सुनामी और भूकम्प जैसी प्राकृतिक आपदाओं की चपेट में आए लोगों की सहायता के लिए भी काम करते रहे हैं। फेडरर 'रैली फॉर रिलीफ' जैसे चैरिटी मैच भी खेलते आए हैं। समाज में अपने योगदान के लिए 'वर्ल्ड इकानॉमिक फोरम'ने रॉजर फेडरर को 2010 का 'यंग ग्लोबल लीडर' का सम्मान दिया। रॉजर फेडरर - एक नजर में जन्म 8 अगस्त 1981 देश - बेसल, स्विट्जरलैंड सिंगल्स रैंकिंग : 2 लगातार 237 हफ्तों तक नंबर 1 ग्रेटेस्ट टेनिस प्लेयर ऑफ ऑल टाइम रिकॉर्ड 16 ग्रैंड स्लैम सिंगल्स टाइटल 2008 ओलिम्पिक के स्वर्ण पदक विजेता तीनों सर्फेस पर करियर ग्रेंड स्लैम जीतने वाले खिलाड़ी