करीब एक दशक पहले लगभग पूरे गुजरात राज्य में भड़की साम्प्रदायिक दंगे की आग के लिए चिंगारी का काम करने वाला यह अपेक्षाकृत कम विकसित क्षेत्र अभी भी धार्मिक आधार पर बंटा हुआ है।
गोधरा में गुजरात विधानसभा के दूसरे चरण में 17 दिसंबर को मतदान होना है। गोधरा के 2.13 लाख मतदाताओं में मुस्लिमों की काफी संख्या है।
मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के अत्यधिक प्रचारित ‘सद्भावना मिशन’ के साथ ही मुस्लिमों को लुभाने की कई पहल करने के बावजूद यहां के मुस्लिम वर्ष 2002 के सांप्रदायिक दंगे को भुलाने और उसके लिए माफ करने को तैयार नहीं हैं।
राजधानी गांधीनगर से करीब 150 किलोमीटर स्थित गोधरा विधानसभा क्षेत्र के मतदाता कांग्रेस के वर्तमान विधायक सीके राउलजी के साथ ही 8 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होना है।
राउलजी गोधरा विधानसभा सीट से 3 बार वर्ष 1990, 1995 और 2007 में विधायक चुने गए। वे इन चुनावों में क्रमश: जनता दल, भाजपा और कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर खड़े हुए। (भाषा)