अहमदाबाद। मंगलवार को नवनिर्वाचित कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने यहां एक प्रेस कांफ्रेंस में सधे हुए शब्दों में गुजरात में भाजपा के 22 वर्षों के शासन पर कई सवाल दागे।
उन्होंने कहा कि मोदी जी ने 15 लाख देने का वादा किया, हर साल 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा किया लेकिन एक भी वादा पूरा नहीं किया। हमने यूपीए शासनकाल में किसानों का 70 हजार करोड़ का कर्जा माफ किया, हम हवा में नहीं बोले, हमने जो कहा वो किया है, हमारा रिकार्ड है।
राहुल ने कहा कि यहां पर जबरदस्त अंडर करंट है। सब कम्यूनिटी सरकार से नाराज़ हैं! पाटीदार, ओबीसी, दलित भी सरकार से नाराज हैं, बीजेपी हार रही है। कांग्रेस ने 22 सालों में अपनी ताकत पहचानी है..एकजुट होकर पार्टी लड़ी है। पाटीदार, पिछड़ा, आदिवासी, दलित, किसान समाज सब के सब आंदोलन कर रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि 22 साल में पहली बार इस बार कांग्रेस पार्टी एक साथ खड़ी है, एक साथ मुद्दों पर बोल रही है।
“चुनाव नैरेटिव पर जीता जाता है। चुनाव इश्यूज़ पर लडा जाता है, जीता जाता है। पीएम मोदी ने इतने भाषणों में करप्शन का नाम तक नहीं लिया। अमित शाह के बेटे का जय शाह के बारे में भी कुछ नहीं बोले। बीजेपी के पास कोई नैरेटिव नहीं है। बीजेपी घिर गई है।
राहुल ने कहा कि जो भी निर्णय लेंगे वो गुजरात की जनता से पूछकर लेंगे आपसे बिना पूछे मनमाने ढंग से कोई भी फैसला नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा के 22 साल के शासनकाल में 5-10 लोगों को ही फायदा पहुंचा। छोटे उद्योगों को नुकसान ही हुआ। गुजरात के लोगों को जो मिलना चाहिए था वो नहीं मिला, कांग्रेस पार्टी ने गुजरात में सबसे मुलाकात की और हमने गुजरात के लिए रोबस्ट विजन तैयार किया। शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के मामले में हम विशेष ध्यान देंगे।
गुजरात चुनाव में भाजपा भी तरफ से पाकिस्तान के साथ मीटिंग और मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले को उछालने पर बोलते हुए राहुल ने कहा कि पीएम पर टिप्पणी के बाद मणिशंकर अय्यर के खिलाफ एक्शन लिया गया। राहुल ने कहा कि मोदी पीएम हैं और उनके खिलाफ कोई आपत्तिजनक टिप्पणी नहीं करेंगे और न ही बर्दाश्त करेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष के नाते संगठन में फेरबदल और पारदर्शिता लाने की कोशिश करेंगे।
इस बार भाजपा घिर गई है और भाजपा ने जो पिछले 22 साल में किया है वो उसे समझा नहीं पा रहे हैं, भाजपा इस बार घबराई हुई है। चुनाव मुद्दों पर जीता जाता है और जो अपने मुद्दों को बनाए रखता है वो चुनाव जीतता है, भाजपा को देखें तो वो मुद्दों को बना ही नहीं पाई सिर्फ ध्यान भटकाने में लगी रही।