भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशूभाई पटेल ने पार्टी के बागी गुट से खुद को अलग करते हुए मंगलवार को दावा किया कि वे अब भी भाजपा कार्यकर्ता हैं।
पटेल ने शाम में यहाँ पत्रकारों से चर्चा में आज समाचार पत्रों में प्रकाशित उस विज्ञापन में शामिल होने की बात से इनकार किया जिसमें लोगों से बदलाव की अपील की गई है। हालाँकि उन्होंने स्वीकार किया कि विज्ञापन में उनका हाल का एक बयान दिया गया जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को हटाने का आग्रह किया था।
आधे पृष्ठ के इस विज्ञापन में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद का उपयोग करने के लिए मोदी की आलोचना की गई है। इसमें मोदी के वाइब्रेंट गुजरात अभियान पर सवाल उठाए गए हैं।
पटेल ने दोहराया कि वे कभी भी गैर सरकारी संगठन सरदार पटेल उत्कर्ष समिति से नहीं जुड़े। यह भाजपा के बागी नेताओं का संगठन है। इसी संगठन ने यह विज्ञापन प्रकाशित कराया है।
गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण के मतदान से मात्र एक सप्ताह पहले इस तरह के विज्ञापन दिए जाने से भाजपा नेता भी आश्चर्यचकित हैं। पार्टी के प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि भाजपा इस संबंध में पटेल से स्पष्टीकरण माँग सकती है।
इस विज्ञापन पर चिंता जताते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि इसका चुनाव पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है लेकिन विज्ञापन उनके रुख पर प्रश्न चिन्ह लगाता है।
गत 29 नवंबर को पटेल ने एक बयान में कहा था कि मैंने छह दशक के लंबे राजनीतिक जीवन में सदा पार्टी के लिए ही काम किया और आगे भी करता रहूँगा। उन्होंने कहा कि मैं भाजपा में एक वरिष्ठ नेता की भूमिका निभाई है और उसे निभाता रहूँगा।