उनकी शादी हुई ही है और वे हनीमून मनाने की बजाय वोट देने को ज्यादा तवज्जो दे रहे हैं। वोट देने के लिए उन्होंने हनीमून टाल दिया है।
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर उनका झुकाव ज्यादा है और इसीलिए जिगर और शिवांगी कहीं घूमने नहीं जा रहे हैं।
भरूच में चुनाव 11 दिसंबर को होने हैं और दोनों को इसी दिन निकलना भी था। परंतु शिवांगी पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करने जा रही हैं।
दरअसल दोनों ने केरल जाने की योजना बनाई थी, लेकिन अब टिकट निरस्त करा दिया। दोनों का परिवार भी दोनों के इस फैसले से सहमत है। ये कहते हैं कि किसी भी तरह से लोकतांत्रिक होना जरूरी है।