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अन्ना हजारे से मिलने से क्यों डर रहे हैं योगेन्द्र यादव

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हमें फॉलो करें Anna Hazare
पणजी , शनिवार, 27 जून 2015 (14:21 IST)
पणजी। नवगठित समूह स्वराज अभियान ने शनिवार को कहा कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान छेड़ने वाले समाजसेवी अन्ना हजारे से फिलहाल अपने साथ जुड़ने के लिए इसलिए नहीं कहेगा, क्योंकि इससे समूह पर उनके जैसी बड़ी हस्ती की मदद लेने का आरोप लग सकता है लेकिन समूह भविष्य में उनसे संपर्क कर सकता है।
स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव ने गोवा में कहा कि हमारी भविष्य में उन्हें (अन्ना हजारे को) जोड़ने की इच्छा हो सकती है।

हम उनसे हमारा साथ देने और हमारा मार्गदर्शन करने का अनुरोध करेंगे लेकिन हमने फिलहाल उनसे संपर्क नहीं किया है। यादव एक निजी दौरे पर गोवा गए हैं और वे स्थानीय नेताओं से भी मुलाकात करेंगे।
 
उन्होंने कहा कि यदि वे ऐसा करते हैं तो आप से अलग हुए नेताओं योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण द्वारा गठित समूह स्वराज अभियान पर आप समेत अन्य पार्टियों की तरह किसी बड़ी हस्ती की मदद लेने का आरोप लग जाएगा।
 
यादव ने कहा कि उन्होंने इंकार नहीं किया है। हम मार्गदर्शन के लिए उनके पास नहीं गए हैं। उन्होंने कहा कि वे देश के लिए संघर्ष कर रहे साधारण लोगों से मिल रहे हैं और यह अधिक महत्वपूर्ण है। यादव ने एक प्रश्न का जवाब देते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रदर्शन के आधार पर 1 से 10 से बीच अंक देने से इंकार कर दिया। नेता ने कहा कि आंकने के लिए हर मुख्यमंत्री को एक लंबा समय दिया जाना चाहिए। उन्हें अभी आंकना गलत होगा।
 
योगेंद्र यादव ने कहा कि उन्हें पार्टी से निष्कासित किए जाने संबंधी पत्र अभी तक नहीं मिला है। यादव ने कहा कि मुझे टेलीविजन चैनलों के माध्यम से पता चला कि मुझे निष्कासित कर दिया गया है। मैंने आप की अनुशासनात्मक समिति को मुझे निष्कासित किए जाने संबंधी पत्र देने के संबंध में पत्र लिखा है जो उन्होंने नहीं दिया है। 
 
जब यादव से पूछा गया कि पार्टी से निकाले जाने पर उन्हें कैसा लगा, तो उन्होंने कहा कि मैं उन लोगों में से नहीं हूं जो अपनी भावनाएं व्यक्त कर पाते हैं लेकिन जब आपको अपने ही घर से बाहर रखा जाता है तो अच्छा नहीं लगता। यह अच्छा नहीं लगता। 
 
उन्होंने कहा कि लेकिन आप स्वयं को यह भी याद दिलाते हैं कि आपने मुश्किल राह पर चलना चुना है, यह लंबी यात्रा होगी, एक ठोकर एक लंबी यात्रा नहीं रोक सकती। एक बार गिरने पर आपको यह कहने का अवसर मिलता है कि ठीक है, मुझे और मजबूत होने की आवश्यकता है। (भाषा)

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