हरिद्वार कुंभ मेले में जाने के लिए लिए देश में सभी जगह से रेल, बस या एयर सुविधा उपलब्ध है। हरिद्वार महत्वपूर्ण धार्मिक होने के कारण वायु, रेल और सड़क के माध्यम से भारत के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा है। प्रस्तुत है संक्षिप्त जानकारी...
आमतौर पर लोग हरिद्वार से यात्रा आरंभ करते हैं। हरिद्वार दिल्ली से लगभग 225 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। दिल्ली व हरिद्वार, गढ़वाल विकास निगम-मंडल द्वारा कई टूर प्लान उपलब्ध हैं। दिल्ली से हरिद्वार के लिए आप चाहे तो ट्रेन अथवा बस से भी जा सकते हैं। जहां, प्राइवेट टैक्सी, उत्तरांचल रोडवेज की बसें या निजी यातायात सेवाएं भी आसानी से उपलब्ध हो जाती है, जिसका लाभ पर्यटक आसानी से उठा सकते हैं।
सड़क मार्ग : हरिद्वार शहर भारत के राष्ट्रीय और राज्य राजमार्ग के माध्यम से देश के सभी हिस्सों से जुडा हुआ है। आप उत्तराखंड, राजस्थान, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, मध्यप्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, पंजाब और हरियाणा राज्यों की राजधानी से सीधे हरिद्वार आ सकते हैं। राज्य परिवहन और निजी बसों से इन सभी स्थानों से आसानी से हरिद्वार पहुंचा जा सकता है।
रेल मार्ग : हरिद्वार का रेलवे स्टेशन भारत के प्रमुख शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता, भोपाल, ग्वालियर, जयपुर आदि से जुड़ा हुआ है। हरिद्वार में स्थित हरिद्वार रेलवे स्टेशन भारतीय रेल के उत्तरी रेलवे क्षेत्र के नियंत्रण में है। इसका भारत के दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, इंदौर, जयपुर, अहमदाबाद जैसे प्रमुख शहरों से सीधा संपर्क है।
वायु मार्ग : हरिद्वार का निकटतम घरेलू हवाई अड्डा देहरादून में जॉली ग्रांट हवाई अड्डा है जो हरिद्वार से 37 किमी दूर स्थित है। नई दिल्ली में इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा निकटतम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है।
पहुंचने के बाद : कुम्भ मेले में पहुंचने के लिए बस स्टाप, स्टेशन, एयरपोर्ट से आपको स्थानीय गाड़ी, ऑटो रिक्शा, सिटी बसें और अंतरराज्यीय बसें मिल जाएगी।
आवास सुविधा : हरिद्वार में तीर्थ यात्रियों के रहने के लिए विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध हैं- जिसमें डीलक्स होटल, बजट होटल, फाइव स्टार होटल, गेस्टहाउस, धर्मशाला और शिविर। आप ऑनलाइन भी होटलों को बुक कर सकते हैं। यहां उत्तरांचल सरकार ने पर्यटकों के लिए आवास गृह बनाए हैं। पर्यटक अपने बजट के हिसाब से ठहरने के स्थान का चयन कर सकते हैं। धर्मशाला, बाबा कमली मंदिर समिति के आवास स्थान भी उपलब्ध है। यह एक विशिष्ठ धार्मिक स्थल होने के कारण यहां शाकाहारी भोजन ही मिलता है।