हरिद्वार। धर्म नगरी हरिद्वार में होने वाले कुंभ में किन्नर अखाड़ा लगातार सुर्खियों में बना हुआ है।गुरुवार को किन्नर अखाड़ा की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने अपना वीडियो संदेश जारी करते हुए बड़ा बयान देते हुए कहा है कि हरिद्वार में होने वाले कुंभ में किन्नर अखाड़ा जूना अखाड़े के साथ ही नगर प्रवेश और शाही स्नान करेगा।
किन्नर अखाड़ा की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने अपने वीडियो संदेश में कहा है कि उनके द्वारा किन्नर अखाड़े की एक बैठक गुरुवार को दिल्ली में आयोजित की गई जिसमें सभी ने यह निर्णय लिया है कि वह जूना अखाड़े के साथ ही शाही स्नान व कुंभ में होने वाली सभी धार्मिक गतिविधियों में भाग लेंगे।
लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी का ये भी कहना है कि वो इस वीडियो के माध्यम से घोषणा करती हैं कि जिस तरह 2019 में प्रयागराज में उन्होंने जूना अखाड़े के साथ मिलकर कुंभ में शाही स्नान व पेशवाई निकाली थी उसी तरह हरिद्वार में होने वाले कुंभ में भी वह जूना अखाड़े के साथ ही रहेंगी।
हाल ही में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और महामंत्री कुंभ मेले में किन्नर अखाड़े की भूमिका को लेकर आमने-सामने भी आ गए थे लेकिन बाद में दोनों में सहमति हो गई। अब एक बार फिर से किन्नर अखाड़े ने कुंभ मेले में सभी धार्मिक गतिविधियों में जूना अखाड़े के साथ रहने का दावा किया है।
किन्नर अखाड़ा की आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी की अध्यक्षता में दिल्ली में अखाड़ा के पदाधिकारियों की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि हरिद्वार कुंभ के दौरान नगर प्रवेश (पेशवाई) किन्नर अखाड़ा जूना अखाड़ा के साथ करेगा और शाही स्नान भी करेगा।
इतना ही नहीं वह जूना अखाड़ा के सभी कार्यक्रमों में शामिल होगा और किन्नर अखाड़ा के सभी कार्यक्रमों में जूना अखाड़ा के लोग शामिल होंगे। इस दौरान किन्नर अखाड़ा के सभी महामण्डलेश्वर, मण्डलेश्वर, पीठाधीश्वर और महंत सहित सभी पदाधिकारी और बड़ी संख्या में शिष्य शामिल होंगे।
आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने कहा कि यह बहुत बड़ा सौभाग्य है कि जूना अखाड़ा दण्डी संत-महात्माओं कोभी हरिद्वार में अपने साथ जोड़ लिया है और वह लोग भी नगर प्रवेश और शाही स्नान करेंगे। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि सनातन धर्म की मजबूती के लिए जूना अखाड़ा के संरक्षक और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरिगिरि महाराज जो कार्य कर रहे हैं, आने वाली सदियों और इतिहास में उनका नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।
आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने कहा कि किन्नर अखाड़ा सनातन धर्म को मजबूत करने और उसके प्रचार-प्रसार में लगा हुआ है। जो गरीब और निर्बल वर्ग के लोग हैं, उनकी सभी प्रकार से मदद की जा रही है। उन्होंने कहा कि माघ मेला तीर्थराज प्रयाग में उनका आगमन पांच फरवरी को होगा और वह माघी पूर्णिमा तक शिविर में रहेंगी। उन्होंने मेला प्रशासन के अफसरों को शिविर के लिए जमीन और सुविधा मुहैया कराने के लिए धन्यवाद दिया है।