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फिटनेस को लेकर हर किसी के दिमाग में है 10 गलतफहमी, जानें सच

हमें फॉलो करें फिटनेस को लेकर हर किसी के दिमाग में है 10 गलतफहमी, जानें सच
फिटनेस से जुड़े प्लान पर एक नए जोश और योजना के साथ शुरूआत कभी भी हो सकती है। अगर आप भी बहुत दिनों से अपनी फिटनेस पर ध्यान देने के बारे में सोच रहे हैं और किन्हीं वजहों से फिटनेस दिनचर्या शुरू नहीं कर पा रहे हैं, तो एक बार फिर अपना फिटनेस प्लान बनाइए। लेकिन उससे पहले जरूर जान लीजिए फिटनेस की इन भ्रांतियों को, ताकि आपकी फिटनेस हो बिल्कुल सही ... 
 
कई बार ऐसा होता है कि आप फिटनेस को लेकर एक योजना बनाते हैं और उस पर अमल करना भी शुरू करते हैं। लेकिन कुछ खास फायदा न होता देख, धीरे-धीरे उसे टाल देते हैं। इसकी वजह आपकी डाइट और व्यायाम के संयोजन में खामी है। दरअसल डाइट और व्यायाम के गलत कॉम्बिनेशन से आपके शरीर को उल्टा नुकसान हो सकता है। जानें भ्रांतियां -
 
1 भ्रांति  : मसल्स बनाने के लिए प्रोटीन डाइट की जरूरत होती है।
हकीकत: अगर आप किसी को जानते हैं जो सिर्फ चिकिन, अंडे की सफेदी और बाकी चीजों को सिर्फ इसलिए खा रहा है कि शरीर को प्रोटीन मिले, तो उसे यह खास सलाह देना न भूलें। 
 
प्रोटीन निश्चित तौर पर मसल्स बनाने और शरीर का मेटाबॉलिक रेट बढ़ाने के लिए जरूरी है, परंतु एक स्वस्थ शरीर के लिए अन्य पोषक तत्व जैसे- कार्बोहाइड्रेट, फैट, विटामिन और मिनरल्स भी उतने ही जरूरी हैं।
 
2  भ्रांति : फैट्स मुझे मोटा कर देंगे। 
हकीकत: आपके शरीर को फैट्स की भी उतनी जरूरत होती है जितनी इसे पानी जरूरत होती है। फैट्स शरीर की बहुत सी क्रियाओं को सुचारू करते हैं और हार्मोंस को सक्रिय करते हैं। सभी तरह के फैट, सैचुरेटेड और ट्रांस फैट आपके लिए जरूरी हैं।
 
3  भ्रांति : अधिक एक्सरसाइज नुकसान पहुंचाती है। 
हकीकत: जैसी बॉडी आपके दिमाग में है वह हकीकत में तब तक नहीं बनती जब तक आप उस पर मेहनत नहीं शुरू कर देते। जब तक आपकी नींद, खानपान और आराम सही मात्रा में है, एक दिन में एक घंटे की एक्सरसाइज ओवर ट्रेनिंग नहीं बल्कि बेहद जरूरी है। मेहनत करना शुरू कीजिए इससे ही आपका फिट बॉडी का सपना सच हो सकता है।
 
4  भ्रांति : कैलोरी की मात्रा उसके प्रकार से अधिक महत्वपूर्ण है। 
हकीकत: अगर आपको लगता है कि आप उन कैलोरी को किसी भी रूप में खा सकते हैं और इससे कोई अंतर नहीं आएगा तो आप गलत हैं। कैलोरी का प्रकार उतना ही महत्वपूर्ण हैं जितनी उसकी मात्रा।
 
जैसे एक कटोरी स्ट्राबेरी और एक कचौरी से आपके शरीर को समान कैलोरी मिलेगी परंतु उनका शरीर पर प्रभाव बिल्कुल अलग होगा।
 
 
5  भ्रांति : वजन उठाने से मसल्स बन जाएंगे। 
हकीकत: अगर आप जिम के शौकिन हैं और यह सोचते हैं कि आपके मसल्स सिर्फ भारी वजन उठाने से बन जाएंगे, तो आपकी सोच गलत है। 
 
अपके मसल्स का विकास सिर्फ वजन पर निर्भर नहीं करता बल्कि आप कितनी एक्सरसाइज करते हैं और कितनी बार करते हैं, इस पर निर्भर करता है।
 
6  भ्रांति : वर्कआउट बंद करने के बाद अचानक ही वजन बढ़ जाएगा। 
हकीकत: वर्कआउट बंद करने का और मसल्स के टिश्यू के फैट में बदलने का सीधा कोई संबंध नहीं है। अगर आप हेल्दी डाइट लेते रहते हैं, कोई खास अंतर नहीं आएगा। मसल्स वाले लोग भी उम्र के अनुसार मेटाबॉलिज्म और हार्मोन की मात्रा में कमी आने से मोटे हो जाते हैं। 
 
7  भ्रांति : उपवास के दौरान कार्डियो करने से अधिक फैट बर्न होता है। 
हकीकत: असल में वर्क आउट शुरू करने के पहले कैलोरी लेने से शरीर पर थर्मोजेनिक प्रभाव होता है। इसलिए अपना उपवास किसी हल्के स्नेक के साथ तोड़िए और उसके बाद ही एक्सरसाइज शुरू कीजिए।
 
8  भ्रांति : दौड़ना कभी भी शुरू किया जा सकता है।
हकीकत: दौड़ना शुरू करने के लिए एक खास तरह के बॉडी शेप की जरूरत होती है। अगर आप मोटे हैं तो हो सकता है आप दौड़ने पर चोटग्रस्त हो जाएं। बेहतर होगा कि पहले चलना शुरू करें, फिर तेज चलें और फिर दौड़ना शुरू करें। 
 
9  भ्रांति : एक्सरसाइज के पहले स्ट्रेचिंग करना अच्छा होता है।  
हकीकत: आमतौर पर माना जाता है कि एक्सर्साइज शुरू करने के पहले स्ट्रेचिंग करना अच्छा होता है, लेकिन हकीकत यह है कि आपके मसल्स सुस्त हो जाते हैं। इसलिए एक्सरसाइज के बाद स्ट्रेचिंग करें। जमकर मेहनत के बाद यह अच्छी रिकवरी होगी।
 
10  भ्रांति : मुझे हेल्दी खाने की जरूरत नहीं क्योंकि मैं बहुत एक्सरसाइज करता या करती  हूं। 
हकीकत: आप एक्सरसाइज करके एक बुरी डाइट का असर दूर नहीं कर सकते। आपा शारीरिक गठन और आप जो भी दिखाई देते हैं, उसका 80 प्रतिशत हिस्सा  आपकी खाने की आदतें दर्शाता है।
 
अगर आपको लगता है कि आप सिर्फ एक्सरसाइज करके और बिना हेल्दी खाए शानदार बॉडी पा सकते हैं तो यह आपकी गलतफहमी है।
 
 
प्रस्तुति : निवेदिता भारती

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