अनियंत्रित एवं अनियमित खानपान के चलते कई शारीरिक एवं मानसिक समस्याएं पैदा होती हैं, जिनमें हृदय रोग भी शामिल है। प्रोटीन तथा कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थों के अत्यधिक सेवन से कोलस्ट्रॉल रक्तवाहिनी में मोम की तरह जमा होकर रक्त के प्रवाह में बाधा उत्पन्न करता है, जिससे सांस लेने में कठिनाई एवं दर्द होता है। चोक में 60 से 85 प्रतिशत रोगी आयुर्वेद के उपचार तथा खानपान को नियंत्रित कर बिना किसी शल्यक्रिया के आजीवन स्वास्थ्य रह सकते हैं। जानिए आयुर्वेद के अनुसार खानपान -
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