1. जिस तेल से मालिश करें, उस तेल को शीशी में भरकर 6-7 घंटे तक नित्य धूप में रखना चाहिए।
2. तेल की बोतल को जमीन पर नहीं, बल्कि धूप में एक पटिया रखकर इस पटिए पर बोतल रखें और घर में अंदर लाएं, तब भी अंदर पटिए पर ही रखें।
3. खुले, हवादार और साफ स्थान पर जमीन पर दरी या चटाई बिछाकर बैठ जाएँ और बैठकर मालिश करें।
4. मालिश करने के लिए हाथ को नीचे से ऊपर को चलाएं, लेकिन ऐसी सावधानी से हाथ चलाएं कि त्वचा के बाल यानी रोम टूटें या उखड़ें नहीं। नीचे से ऊपर को हाथ चलाने का तत्पर्य है रक्त का प्रवाह हृदय की तरफ होने में सहयोग करना।
5. मालिश की शुरुआत पैरों से करें।
6. मालिश धीरे-धीरे, हल्के दबाव के साथ करें।
7. कम से कम 20-25 मिनट और ज्यादा से ज्यादा 45 मिनट तक मालिश की जानी चाहिए।
8. इसके बाद थोड़ा विश्राम कर स्नान कर लेना चाहिए।
9. मालिश करवाते वक्त बातें न करें और ध्यान को कहीं भी जाने न दें, एकाग्र चित्त रहकर मालिश करें।
10. चलते-फिरते या अन्य काम करते-करते हुए मालिश नहीं करनी चाहिए।