इलायची, हरी इलायची, बड़ी इलायची, काली इलायची से हम सभी सुपरिचित हैं। लेकिन हम में से कितने लोग जानते हैं कि इसका पौधा कैसा होता है? आइए जानते हैं...
इलायची न तो टहनियों पर लगती हैं ना ही जमीन के अंदर...असल में इसकी जड़ से एक शाखा-प्रशाखा या छोटा तना निकल कर जमीन पर फैल जाता हैं जिस पर इलाइची लगती हैं.... इलायची को संस्कृत में सूक्ष्मैला, एला, उपकुन्चिका, तुत्त्था, कोरंगी, द्राविड़ी आदि नामों से जाना जाता है। इसकी खेती केरल, कर्नाटक व तमिलनाडु में मुख्य रूप से की जाती है।
जंगलों में भी इसके पौधे पनप जाते हैं.... इलायची का पौधा 2 से 3 वर्ष में इलायची देने लगता है। यह लगभग 10 से 12 वर्षो तक चलता है। वही केरल के माइलाडुंपारा में स्थित भारतीय इलाइची अनुसंधान केंद्र इलाइची की पारम्परिक खेती को बढ़ावा दे रहा है।
इलायची का इतिहास
इलायची का उल्लेख प्राचीन ग्रंथों में मिलता है। प्राचीन मिस्त्र में इसका उपयोग चिकित्सा और शव लेपन में होता था। तैतरीय संहिता में इसका उल्लेख किया गया है। पहले मालाबार तट इलायची व्यापार का प्रमुख स्थल था। केरल में इसका बहुतायत से उत्पादन होता था। यायावर यानी घूमंतु लोगों ने यात्राओं के दौरान खोज निकाला होगा। वे इसे दुनिया के अलग-अलग कोनों में लेकर गए, पर ये उगी वहीं, जहां इसे अनुकूल मौसम मिला।
इलायची की खेती ग्वाटेमाला, भारत, श्रीलंका, इंडोनेशिया और मलेशिया में बहुतायत से होती है। आज भी ये देश दुनिया में इसके सबसे बड़े निर्यातक हैं। ग्वाटेमाला में तो एक पहाड़ का नाम ही 'इलायची पहाड़' यानी कार्डेमाम हिल है। ग्रीक और रोमन इसका इस्तेमाल परफ्यूम, लेप और सुगंधित तेलों को बनाने में करते थे। वे मेहमानों के सामने इसे परोसना सम्मान की बात समझते थे।
स्कैंडिनेवियाई देशों यानी स्वीडन, स्विट्जरलैंड, नार्वे और फिनलैंड में इसका उपयोग क्रिसमस के दौरान बेहतरीन वाइन और पेस्ट्री बनाने में होता है। इलायची की तासीर ठंडी होती है। यह भूख को बढ़ाती है। पाचन तंत्र की कई आम बीमारियों के लिए घरेलू उपचार की तरह प्रभावी है। इलाइची का सेवन गैस को दूर करता है। यह वात को दूर करता है।
इलायची में कौन से पोषक तत्व होते हैं
इलायची में कार्बोहाइड्रेट, डाइटरी फाइबर, कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम, आयरन और फॉस्फोरस मुख्य रुप से पाए जाते हैं। इनके अलावा भी इलायची में कई अन्य पोषक तत्व होते हैं जो सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है।
इलायची के फायदे क्या हैं?
पाचन से जुड़ी समस्याओं से राहत
हिचकी से आराम
सर्दी-खांसी और गले की खराश से आराम
ब्लड प्रेशर कम करने में मदद
अस्थमा के लिए गुणकारी
भूख बढ़ाने में उपयोगी
मुंह की दुर्गंध दूर करने में सहायक
उल्टी और मितली से राहत
तनाव दूर करने में फायदेमंद
इलायची के नुकसान क्या हैं?
गर्भपात हो सकता है
पित्ताशय की पथरी हो सकती है
एलर्जी हो सकती है
बार बार बाथरूम जाना पड़ सकता है।
किसी किसी को सिरदर्द भी हो सकता है।
दांतोंं को नुकसान हो सकता है।