बदलते मौसम के साथ ही शारीरिक समस्याएं बढ़ जाती हैं। यदि सर्दी-जुकाम का उपचार उसके लक्षण नजर आते ही कर लिया जाए तो शरीर को अन्य दूसरी बीमारियों की परेशानी नहीं झेलनी पड़ती है। जुकाम के घरेलू उपचार हम दे रहे हैं-
कुछ लोगों की नाक बंद हो जाती है, कुछ को नाक से पानी निकलता है और कुछ को जुकाम बढ़ने पर फीवर आ जाता है।
यदि सर्दी-जुकाम का उपचार उसके लक्षण नजर आते ही कर लिया जाए तो शरीर को अन्य दूसरी बीमारियों की परेशानी नहीं झेलनी पड़ती है। जुकाम के घरेलू उपचार हम दे रहे हैं-
* थोड़ा अदरक, अजवाइन (1 चम्मच), लौंग (5), काली मिर्च (3), मैथी (1 चम्मच), तुलसी और पुदीना पत्ती (10 प्रत्येक) इन सबका काढ़ा बनाकर, खांडसारी मिलाकर दिन में दो बार आराम होने तक लेना चाहिए।
* 10 ग्राम लहसुन को 1 कप दूध में 1/2 कप होने तक उबालें। इसे शाम को सोते समय या नाश्ते के पहले लें।
* 1 चम्मच प्याज का रस बराबर मात्रा में शहद मिलाकर दिन में तीन बार लें।
* हल्दी और सौंठ के चूर्ण का लेप बनाकर कपाल पर लगाएं।
* काली मिर्च जलाकर उसका धुआं सूंघने से बंद नाक खुलती है।
* अदरक के टुकड़ों का काढ़ा 20 मि.ली. से 30 मि.ली. दिन में तीन बार लेने से सर्दी से आराम मिलता है।
* भिंडी का 50 मि.ली. काढ़ा दिन में तीन बार लेने से गले की खराश और सूखी खांसी में आराम मिलता है।
* एक गिलास गरम पानी में चुटकीभर नमक, चुटकीभर खाने का सोडा मिलाकर दिन में दो बार तथा सोते समय गरारे करने से गले की खराश में आराम मिलता है।