* स्वास्थ्य कार्यकर्ता आने पर सहयोग करें, ताकि वह लार्वा रोधी कार्य पायरेथम तथा टेमीफॉस का स्प्रे कर सकें। घर में कूलर, गमले, छत, पुराने टायर, टूटे -फूटे बर्तन में पानी जमा ना होने दें।
* घर के आसपास स्वच्छता रखें।
* बुखार आने की स्थिति में डॉक्टर की सलाह पर रक्त की जांच कराए।
* बुखार के लिए सिर्फ पेरासीटामाल की गोली लें।
* घर में व बाहर एकत्रित पानी को तुरंत ढोलकर पानी की टंकी व बर्तन सुखा लें। पानी को छानने से भी लार्वा नष्ट होते हैं।
* प्रत्येक रविवार को बर्तनों का सूखा दिवस मनाएं ताकि बीमारी के कीटाणु ना पनप सकें।
* मच्छरदानी में सोएं।
* डेंगू के मरीज को दिन में भी मच्छरदानी में सुलाएं।
* पूरी बांह के कपड़े पहनें।
* खिड़की और दरवाजे पर मच्छरजाली लगाएं।
* शाम को घर में नीम का धुआं करें।
* अपनी मर्जी से दवा का सेवन ना करें, चिकित्सक की सलाह लें।