बचपन से लेकर बूढ़े होने तक दूध हमारी डाइट और जीवनशैली का महत्वपूर्ण हिस्सा है। चूंकि यह कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स के अलावा कई सारे पोषक तत्वों से भरपूर होता है, इसलिए इसे संपूर्ण आहार माना जाता है।
ये बात अलग है कि कई लोगों को दूध का स्वाद या दूध पीना ही पसंद नहीं होता, इसलिए वे या तो दूध को डाइट से ही बाहर कर देते हैं या फिर इसके साथ स्वाद को लेकर अलग-अलग एक्सपेरिमेंट करते हैं। फ्लेवर्ड मिल्क भी ऐसा ही एक एक्सपेरिमेंट है असली दूध के साथ, जिसका ट्रेंड चल पड़ा है।...लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये एक्सपेरिमेंट सिर्फ दूध के साथ ही नहीं बल्कि आप अपनी सेहत के साथ भी कर रहे हैं...? यकीन नहीं होता तो चलिए आपको बता ही देते हैं इसके नुकसान...। लेकिन पहले जानिए कि फ्लेवर्ड मिल्क है क्या...?
फ्लेवर्ड मिल्क - दूध का स्वाद बढ़ाने या बदलने के लिए इसमें अलग-अलग फ्लेवर्स का प्रयोग किया जाता है, जिसे फ्लेवर्ड मिल्क कहा जाता है। ये फ्लेवर्स नैचुरल या सिंथेटिक भी हो सकते हैं जिसमें
चॉकलेट मिल्क
स्ट्रॉबेरी मिल्क
वनीला मिल्क
रोज मिल्क
या इलायची फ्लेवर शामिल हैं...
फ्लेवर्ड मिल्क घर पर भी बनाया जा सकता है जो नैचुरल होता है...लेकिन बाजार में उपलब्ध फ्लेवर्ड मिल्क सेहत के लिए खतरनाक हो सकते हैं...
1 शुगर लेवल बढ़ाए
फ्लेवर्ड मिल्क में आर्टिफिशियल स्वीटनर होते हैं जिसके कारण इसका मीठापन हमारी जुबान को भले ही अच्छा लगे, लेकिनल सेहत को बेहद नुकसान पहुंचाता है। इससे शुगर लेवल बढ़ने का खतरा होता है।
2 मोटापा
चूंकि इसमें कैलोरी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, खासकर चॉकलेट मिल्क में, इसलिए यह मोटापा भी बढ़ाता है। अगर आपका बच्चा रोज चॉकलेट मिल्क पी रहा है तो उसके वजन पर ध्यान दें।
3 इम्युन सिस्टम कमजोर करे
फ्लेवर्ड मिल्क बनाने में कई ऐसी चीजों का प्रयोग होता है जो सेहत पर नकारात्मक असर डालती हैं और आपका इम्यून सिस्टम कमजोर कर देती हैं। जिससे आप बीमार होने लगते हैं।
4 पोषक-तत्वों की कमी
जब दूध में किसी तरह का फ्लेवर मिक्स किया जाता है तो आपको उसका पूरा पोषण नहीं मिलता और उसमें मिला गए फ्लेवर का असर भी आप पर पड़ता है।
5 प्रिजर्वेटिव्स - फ्लेवर्ड मिल्क को लंबे समय तक ताजा और सुरक्षित रखने के लिए प्रिजर्वेटिव्स का इस्तेमाल किया जाता है, जो आपकी सेहत पर नकारात्मक असर डालते हैं।