बाजार से खरीदी जाने वाली लगभग हर चीज पर उत्पादन और एक्सपायरी डेट लिखी होती है, साथ ही कई निर्देश भी। क्यों अंकित की जाती है एक्सपायरी डेट...क्या आप जानते हैं इन निर्देशों का मतलब? अगर नहीं जानते तो जरूर जानिए यह पूरी जानकारी...
1 जब भी हम बाजार से कोई सामान खरीदते हैं, तो हमारा ध्यान सिर्फ उसकी एक्सपायरी डेट पर होता है। लेकिन कुछ मैसेज इससे भी जरूरी हो सकते हैं, जिन्हें आपको समझना होगा।
2 एक्सपायरी डेट सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होती है, खाद्य पदार्थों, पेय पदार्थों एवं दवाईयों के रूप में इस्तेमाल की जाने वाली वस्तुओं के लिए। लेकिन हर चीज सिर्फ एक्सपायरी डेट तक ही सुरक्षित हो, यह जरूरी नहीं है।
3 एक्सपायरी डेट, वस्तुओं पर हमारी सुरक्षा के लिहाज से अंकित की जाती है, लेकिन अन्य निर्देशों को समझने का तरीका पता होना भी हमें जरूरी है।
4 एक्सपायरी डेट एक अनुमान के मुताबिक डाली जाती है, जिसका संबंध खाद्य पदार्थों की फ्रेशनेस से होता है, यह जरूरी नही कि उनका संबंध सुरक्षा से ही हो।
5 खाद पदार्थों की पैकिंग पर विक्रय की तारीख भी अंकित होती है, जो कि विक्रिताओं के लिए होती है। यह एक तरह की गाइडलाइन है, कि इस तारीख तक कि विक्रेता, संबंधित उत्पाद को बेच सकते हैं।
6 कई उत्पादों पर "बेस्ट इफ यूज्ड बाय" डेट भी डली होती है, जिसका मतलब होता है, नीयत तारीख तक प्रयोग करने पर संबंधित वस्तु की गुणवत्ता और स्वाद बरकरार रहेगा।
7 बेकरी उत्पादों पर गारंटीड फ्रेश डेट का होना दर्शाता है, कि संबंधित दिनांक तक उत्पाद का स्वाद और फ्रेसनेस बरकरार रहेगी। लेकिन इस दिनांक के बाद इनमें परिवर्तन आ सकता है। जरूरी नहीं है, कि वह उत्पाद उस दिनांक को एक्सपायर हो।
8 एक्सपायरी डेट एकमात्र उत्पाद की सुरक्षा से संबंधित विकल्प है। इस डेट की सीमा पार हो जाने पर बेशक आपको संबंधित उत्पाद को फेंक देना चाहिए।
जब भी कोई सामान खरीदें, हर तरह से पड़ताल करें। लेकिन किसी भी प्रकार का संशय होने की स्थिति में उस उत्पाद का प्रयोग बिल्कुल न करें।